टैगोर की तरह पीएम मोदी ने भी बढ़ाई दाढ़ी, शिवसेना ने कसा तंज

मुंबई : ऑनलाइन टीम – पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘जय श्रीराम’ की घोषणा करने के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर एक समारोह को संबोधित करने से इनकार कर दिया। इस पर शिवसेना ने सामना संपादकीय के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा है। महाराष्ट्र में जो हुआ वो हुआ। बंगाल में ऐसा हो रहा है। अपना कुछ नहीं। बीजेपी जिनसे लड़ती है उनके लोगों को पार्टी से तोड़कर अपने फौज में शामिल करती हैं और जीत का अलार्म बजाती है। यही हाल बिहार का भी रहा। अब बंगाल में बीजेपी तृणमूल को तोड़ कर जीत हासिल करने में जुट गयी है, ऐसा आरोप शिवसेना ने लगायी है। अखबार में कहा गया है कि केंद्र सरकार की मदद से बीजेपी बंगाल में हिंसा और आतंक भड़काने का काम कर रही है।

शिवसेना ने ममता को भी नसीहत दी गई है. सामना में लिखा है कि बीजेपी ने ममता दीदी का ‘वीक पॉइंट’ पकड़ लिया है। प्रधानमंत्री के मौजूदगी में ममता को ‘जय श्री राम’के नारे देकर उकसाया गया, अगर ममता बिना चिढ़े ‘जय श्री राम’ कहती तो दांव पलट जाता। बंगाल की राजनीति के जरिए शिवनेना ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए सामना में लिखा, ”स्वतंत्रा की लड़ाई में बंगाल, पंजाब और महाराष्ट्र का नेतृत्व सबसे आगे था। उसी तरह आज भी तीनों राज्य स्वाभिमान की लड़ाई में केंद्र सरकार से संघर्ष में आगे है। पंजाब के किसान दिल्ली के सीमा पर डटे है।

पश्चिम बंगाल में घमासान शुरू है तो वही महाराष्ट्र पर हर रोज हमले किए जा रहे हैं। जो महाराष्ट्र में 2014 के लोकसभा चुनाव में हुआ वही आज बंगाल में शुरू है। जिनके खिलाफ़ लड़ना है उन्हीं के लोगों को फोड़ कर खुद की फौज बनाई जा रही है। जिस तरह महाराष्ट्र में कांग्रेस -एनसीपी के लोगों को फोड़ा वही पैतरा आज बंगाल में तृणमूल के लोगों के साथ इस्तमाल किया जा रहा है।”

सामना में लिखा कि बीजेपी ने ममता दीदी का ‘वीक पॉइंट’ पकड़ लिया है। प्रधानमंत्री के मौजूदगी में ममता को ‘जय श्री राम’के नारे देकर उकसाया गया।  अगर ममता बिना चिड़े सुर में सुर मिलाकर ‘जय श्री राम’ कहती तो दाव पलट जाता। लेकिन, हर कोई अपने ‘वोट बैंक’ बचाने में लगा है। इसीलिए सेक्युलरवाद और मुसलमानों का खुश करने से हिन्दू नाराज है। ऐसे में हिंदुत्ववाद के मुद्दे पर बीजेपी हिंसा भड़काने का काम कर रही है। ये ममता दीदी के लिए चिंता का विषय है।

ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा से लेकर टैगोर जैसी दाढ़ी बढ़कर पीएम मोदी भी बंगाल पहुच रहे हैं। किसी भी तरह ममता बैनर्जी को हरा कर बीजेपी का झंडा बंगाल में लहराने की कोशिशें शुरू है। लेकिन, वे याद रखे कि हिंदुस्थान का लोकतंत्र ‘ट्रम्प छाप’ नही है।