वन विभाग के जाल से निकल भागा तेंदुए का शावक

पिंपरी। पुणेसमाचार ऑनलाइन – शिकार की खोज में मानवी बस्ती में आ धमके तेंदुए के शावक को पकड़ने के लिए वन विभाग के कर्मियों ने जाल बिछाया, शावक जाल में फंसा भी लेकिन जाल फटे रहने से वह उसमें से बचकर निकल भागा। पुणे जिले के खेड़ तालुका स्थित भानोबाची में मंगलवार की सुबह हुए इस वाकये के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि, तेंदुए के शावक के बचकर भाग निकलने के लिए वन विभाग की लापरवाही जिम्मेदार है। बहरहाल वन विभाग ने जिस खेत में शावक भागा उसके पास पिंजरा लगाया है।

खेड तालुका के पूर्वी हिस्से में रहे कोयाली – भानोबाची, साबलेवाडी, मरकल, गोलेगाव – पिंपलगांव, बंगलावस्ती, दौंडकरवाडी, रामनगर, साबलेबस्ती, चिंचोशी इन गाँवों में लगातार तेंदुए का अतिक्रमण होता रहा है। बीती रात ढाई बजे के करीब शिकार की तलाश में तेंदुए का एक शावक कोयाली की बापदेवबस्ती में आ धमका। यहां के उपसरपंच विठ्ठल कोलेकर के घर के सामने शावक और कुत्तों की मुठभेड़ हुई। कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर आये तब उन्होंने पेड़ पर चढ़े तेंदूए के शावक को देखा और पूरे इलाके में खलबली मच गई।

इसके बाद आज सुबह वन विभाग के 30 से 40 कर्मचारियों ने यहां पहुंचकर बबूल के पेड़ पर चढ़े तेंदुए के शावक को पकड़ने की मुहिम शुरू की। सबसे पहले स्थानीय लोगों की सहायता से यहां जाल बिछाया गया। इसके बाद जेसीबी में बैठकर शावक को बंदूक से बेहोशी की गोली मारने की कोशिश की गई। तब शावक ने पेड़ से छलांग लगाई और जाल में फंस गया। मगर जाल फटे रहने से वह बचकर पास में गन्ने के खेत में भाग निकला। अब उसे पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा पिंजरा लगाया गया है। बहरहाल ग्रामीणों ने तेंदुए के शावक के बचकर भाग निकलने के लिए वन विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।