विधानपरिषद विधायक नियुक्ति: राज्यपाल के रवैये पर उपमुख्यमंत्री नाराज

पुणे। बीते कई महीनों से राज्यपाल के अनुमोदन के लिए भेजी गई विधानपरिषद विधायकों की सूची पर अभी तक राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने हस्ताक्षर नहीं किये हैं। उपमुख्यमंत्री अजित पवार इस बात से खासे नाराज नजर आए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय को अब देर नहीं करनी चाहिए। अन्यथा उनसे मिलकर रुकी हुई इन नियुक्तियों पर विचार विमर्श करना होगा। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि हमारे पास पूर्ण बहुमत है और सभागृह में हमने 171 विधायकों के साथ बहुत सिद्ध किया है।
मीडिया से की गई बातचीत में अजित पवार ने यह नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि राज्यपाल ने अभी तक संभावित विधानपरिषद सदस्यों की सूची पर कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल को 12 लोगों के नाम दिए गए हैं। सभी नियम और शर्तों का पालन करते हुए राज्य सरकार ने यह नाम दिए हैं। कैबिनेट में भी इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। खुद मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को इस बाबत पत्र भी लिखा है। हमारे पास पूर्ण बहुमत भी है। सभागृह में भी हमने 171 विधायकों के साथ बहुत सिद्ध किया है। इसलिए दिए गए नामों पर राज्यपाल को विचार करना चाहिए।
अजित पवार ने कहा कि राज्यपाल नियुक्त सदस्यों के लिए जो कुछ कदम सरकार की तरफ उठाए जाने थे वह सब किए गए हैं। इतना सब कुछ करने के बाद भी उन्होंने अंतिम हस्ताक्षर नहीं किया है। इसलिए समय निकाल कर उनसे मिलना पड़ेगा तब पता चल पाएगा कि आखिर वे हस्ताक्षर क्यों नहीं कर रहे हैं। आखिर और कितनी प्रतीक्षा करनी होगी? ज्ञातव्य है कि राज्यपाल नामित विधानपरिषद सदस्यों की रिक्त सीटों के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने सदस्यों के नामों को सूची राज्यपाल कोश्यारी को सौंप दी है। राज्यपाल ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं किया है। इसके लिए महाविकास आघाडी सरकार और राज्यपाल कोश्यारी के बीच जारी टकराव को जिम्मेदार माना जा रहा है।