जानें आखिर क्यों उत्तर भारत में तूफान ने मचाई तबाही

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बुधवार को तूफ़ान ने जमकर तबाही मचाई। इस तूफान में अब तक 129 लोगों के मारे जाने की बात सामने आ चुकी है। जबकि दर्जनों घायल हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि सामान्य सी चलने वाली आंधी अचानक इतनी ताकतवर हो गई। क्यों मौसम विभाग तबाही के संकेतों को भांप नहीं पाया? मौसम विभाग का कहना है कि ऐसे कई कारण अचानक से बन गए जिनकी वजह से तूफान जानलेवा हो गया। कई जगहों पर तूफान ने अनुमान से ज्यादा तबाही मचा दी।

आंधियां आम बात

आंधियां आम बात

विभाग के मुताबिक, उच्च तापमान होने की वजह से उत्तर भारत में तूफान और धूल भरी आंधियां आम बात हैं। लेकिन बुधवार के तूफान को पश्चिमी विक्षोभ का साथ मिल जाने की वजह से इसकी विनाशकारी क्षमता में अचानक से इजाफा हो गया। भारतीय मौसम विभाग के डीजी केजी रमेश ने बताया कि तूफान का संपर्क इस इलाके से गुजरने वाले पश्चिमी विक्षोभ से हो गया। इसके अलावा अस्थिर वातावरण की वजह से तूफान ताकतवर होकर बड़े इलाके में फैल गया।

अनुमान से कहीं ज्यादा गति

अनुमान से कहीं ज्यादा गति

वैसे मौसम विभाग ने 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाले तूफान का अलर्ट
जारी किया था, लेकिन हवाओं की रफ्तार इससे कहीं ज्यादा रही। राजस्थान के कुछ इलाकों में इसकी रफ़्तार 130 किमी प्रति घंटे से अधिक देखने को मिली। रमेश के मुताबिक, तूफान के गुजरने वाले इलाकों के मौसम की स्थानीय गड़बड़ियों की वजह से ऐसा हुआ। जमीन की परिस्थितियों और टनलिंग इफेक्ट्स की वजह से हवाओं को उच्च गति मिली।

ये रही वजह
प्रचंड तूफान के लिए एक साथ मौसम की 4 परिस्थितियां होनी जरूरी होती हैं। पर्याप्त मात्रा में धरती को गर्म होना चाहिए, हवा में नमी होनी चाहिए,वातावरण अस्थिर होना चाहिए और इसके शुरू होने का क्रियाविधि होनी चाहिए। बुधवार को इन चारों परिस्थितियों का मेल हो गया। डीजी ने कहा कि जमीन का तापमान ज्यादा था और हिमाचल प्रदेश से नमी भरी पुरवाई भी चली। वातावरण अस्थिर था और हरियाणा व आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन ने तूफान की शुरुआत कर दी।