महावितरण की मनमानी पर भड़के विधायक लांडगे

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – अनियमित बिजली आपूर्ति से जूझ रहे भोसरी विधानसभा क्षेत्र में गत दिनों हुई बारिश के बाद से बिजली आपूर्ति की समस्या गंभीर हो गई है। रोजाना चार- चार घन्टे बिजली गुल हो रही है। इससे आम नागरिक परेशान हैं, एमआईडीसी क्षेत्र की कंपनियों का करोड़ों का नुकसान हो रहा है। बरसात के पहले ही महावितरण का नियोजन गड़बड़ा गया है। इस पूरे मामले को गंभीरता से लेकर विधायक महेश लांडगे ने बुधवार को एक बैठक कर महावितरण के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। दो दिन के भीतर इन मसलों को सुलझाया नहीं गया तो शनिवार को भोसरी महावितरण कार्यालय को ताला लगा दिया जाएगा, यह चेतावनी भी उन्होंने दी।

भोसरी विधानसभा क्षेत्र में बिजली की समस्या और लगातार खंडित हो रही बिजली आपूर्ति को लेकर पिंपरी चिंचवड़ मनपा के ‘ई’ क्षेत्रीय कार्यालय में यह बैठक संपन्न हुई। इसमें महापौर राहुल जाधव, महावितरण के पुणे जिला के मुख्य अभियंता सचिन तालेवार, अधीक्षक अभियंता पंकज तगडपल्लेवार, कार्यकारी अभियंता राहुल गवारी, क्षेत्रीय अधिकारी श्रीनिवास दांगट, ‘इ’ प्रभाग अध्यक्षा सुवर्णा बुर्डे, नगरसेवक विकास डोलस, लक्ष्मण उंडे, सागर गवली, राजेंद्र लांडगे, कुंदन गायकवाड, उत्तम केंदले, नगरसेविका नम्रता लोंढे, पूर्व नगरसेवक भीमा बोबडे, स्वीकृत सदस्य दिनेश यादव, पांडुरंग भालेकर, परिक्षीत वाघेरे, लघुउद्यमी संगठन के सचिव जयंत कड, मनपा विद्युत विभाग के कार्यकारी अभियंता संजय घुबे, प्रवीण घोडे, देशमुख आदि उपस्थित थे।

विधायक लांडगे ने कहा कि, भोसरी के विभिन्न इलाकों में पिछले तीन दिनों से बिजली आपूर्ति में गड़बड़ी हो रही है। रोजाना चार-चार घंटे बिजली गुल हो रही है। तीन दिनों के भीतर परिवर्तन हेल्पलाइन पर लगभग 500 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। प्री-मानसून के काम पहले से ही पूरे होने की उम्मीद थी। अब ट्रांसफार्मर उड़ गया, सामान नहीं है जैसे कारण नहीं बर्दाश्त किये जायेंगे। नागरिकों को अंधेरे में न रखें। मानसून के दौरान किसी भी हाल में बिजली की आपूर्ति नहीं खंडित हो, इसका ध्यान रखें।

बरसात के मौसम में दुरुस्ती कामों के लिए अतिरिक्त कर्मचारी नियुक्त करें। पिंपरी चिंचवड़ शहर में पानी की कटौती चल रही है। बिजली न होने पर नागरिकों को ऊपर की मंजिल पर पानी नहीं मिलता। भोसरी एमआईडीसी के कई छोटे उद्योग हैं। उद्यमियों ने ऋण लेकर व्यवसाय शुरू किया है। एक घंटे के लिए भी बिजली की आपूर्ति टूट गई। तो लाखों का नुकसान होता हैं। ऐसा ही चलता रहा तो उद्यमियों पर आत्महत्या करने की नौबत आएगी। महावितरण को उद्यमियों से ही अधिक राजस्व प्राप्त होता है यह ध्यान रखा जाना चाहिए।