इस दौरान विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि बड़ी संख्या में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी, ट्रेनर, वरिष्ठ कमांडर्स को यहां पर फिदायीन हमले के लिए ट्रेनिंग दी जा रही थी। एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में हुड्डा ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद जो हुआ वह उधार था। इस एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान को संदेश जाएगा कि भारत अब इससे ज़्यादा और सहन नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि एयर स्ट्राइक पूरी तरह से प्रोफेशनल था। इसके अलावा खास रास्तों को अपनाने और उच्च क्षमता वाले जैमर का प्रयोग करने की वजह से हम ऐसा कर पाए हैं और इसीलिए पाकिस्तान के रडार में नहीं आया। भारतीय वायुसेना पाकिस्तानी सेना से तकनीकी रूप से कहीं ज्यादा आगे है।
हुड्डा ने कहा कि भारत की मिट्टी पर हमला करके किसी को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि भारत इसका जवाब नहीं देगा। यहां तक कि उन्होंने कहा कि 2016 में उरी हमले के दौरान भी इस तरह के और भी हमले होने चाहिए थे। हुड्डा ने कहा कि पाकिस्तान और पीओके के बीच तमाम कैंप बने हुए हैं। पाकिस्तान द्वारा प्रतिक्रिया किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एयर स्ट्राइक करने के बाद भारतीय सेना इस बात के लिए तैयार है।