कारगिल का बहादुर मिग -27 आज वायुसेना को कहेगा अलविदा 

नई दिल्ली, 27 दिसंबर :कारगिल युद्ध में दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाला मिग-27 करीब 34 वर्षो तक वायुसेना का हिस्सा रही है. अब इस मिग-27 को  अलविदा कह दिया जाएगा। शुक्रवार आज यह आखिरी उड़ान भरेगी। इस खास मौके पर जोधपुर एयरबेस पर एक कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. इस मौके पर इसे सम्मान के साथ विदाई दी जाएगी।

रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मिग-27 अपनी आखिरी उड़ान भड़ेगी। 31 मार्च 2020 में इसकी आधिकारिक नंबर प्लेटिंग होगी। मिग-23, मिग-23एमएफ और मिग-27 पहले ही रिटायर्ड किये जा चुके है.
सबसे आखिरी में विदाई पा रही ये मिग-27 अपग्रेडेड श्रेणी के है. इनका दस्ता 2006 में वायुसेना में शामिल किया गया था. मिग-27 का उपयोग 2001-02 में ऑपरेशन पराक्रम में भी हुआ था. वायुसेना ने ट्वीट करके बताया कि मिग-27 को वायुसेना में 1985 में शामिल किया गया था.
कारगिल युद्ध में योगदान के लिए इसे बहादुर नाम दिया गया था. जोधपुर एयरबेस पर आयोजित कार्यक्रम में एयर मार्शल एसके घोटिया विशिष्ट सेवा मैडल, एयरफोर्स अफसर कमांडिंग इन चीफ दक्षिण-पश्चिम एयर कमांड सहित कई मौजूदा व पूर्व वायु अधिकारी शामिल होंगे।