कमलनाथ मंत्रिमंडल का विस्तार ही सरकार बचाने का एकमात्र रास्ता

भोपाल : समाचार ऑनलाइन – मध्यप्रदेश में पिछले पांच-छह दिनों से चल रहे सियासी घटनाक्रमों के बीच मौदूजा स्थिति में एक बात तो तय दिख रहा है कि सरकार बचाने के लिए राजनीतिक खेल के माहिर कमलनाथ को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करना ही होगा और वह भी जल्द। कांग्रेस और भजपा, दोनों ही पार्टियां एक दूसरे को विधायकों को अपने खेमे में लाने की कोशिश कर रही हैं। एक तरह से इसी रस्सी-खींच प्रतियोगिता में कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस का पलड़ा भारी होता नजर आ रहा है।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने संकेत दिया है कि बजट सत्र के बाद कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस के सीनियर नेता केपी सिंह, आदिवासी नेता बिसाहूलाल सिंह और सुमावली के विधायक ऐदल सिंह कंसाना को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। ये दिग्विजय सरकार में भी मंत्रिमंडल में रहे थे  बीएसपी और निर्दलीय विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश कैबिनेट में अभी पांच मंत्री पद खाली पड़े हैं।

शह-मात के बीच बेतुका विकास बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी मुख्यमंत्री निवास क्यो पहुंचे, उन्हें  गुरुवार रात लगभग 12 बजे मुख्यमंत्री निवास के बाहर मीडिया से मुखातिब होकेर सफाई देनी पड़ी। उन्होंने दावा किया कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र मैहर के ‘विकास’ के संबंध में मुख्यमंत्री से मिलने गए थे। त्रिपाठी के साथ ही बीजेपी के एक अन्य विधायक के मुख्यमंत्री निवास पहुंचने की खबरें भी आईं। साफ है वे भी विकास की बात कह रहे हैं, लेकिन यह तो तय है कि मौजूदा समय में जब शह-मात का खेल हो रहा हो, भला कौन विकास की बात सोचे।

दिल्ली से पहुंचे दिग्गी, तो ओरछा जा रहे कमलनाथ
राजनैतिक घटनाक्रमों के बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी आज दिल्ली से भोपाल पहुंच रहे हैं। उनके कार्यालय की ओर से गुरुवार रात ही बताया गया कि दिग्विजय का शुक्रवार का उत्तरी अंचल और ओरछा का दौरा निरस्त कर दिया गया है और वे भोपाल में ही रहेंगे। वहीं मुख्यमंत्री राजधानी में हैं और शाम को उनका ओरछा जाने का कार्यक्रम है।

‘ऑपरेशन लोटस’ दिल्ली से ही संचालित
दूसरी ओर भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान और अन्य नेताओं के दिल्ली में ही रहने की खबरें हैं। माना जा रहा है कि कथित ‘ऑपरेशन लोटस’ दिल्ली से ही संचालित हो रहा है। कांग्रेस के ‘लापता’ विधायक बिसाहूलाल सिंह, हरदीप सिंह डंग और रघुराज कंसाना तथा निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा बंगलुरु में डेरा डाले हुए हैं। वहीं बुधवार को राजधानी दिल्ली से लौटे छह विधायकों में से तीन विधायक बसपा के संजीव कुशवाह और रामबाई तथा सपा विधायक राजेश कुमार शुक्ला के सुर बगावती ही नजर आए। हालांकि इन विधायकों ने इस बात से इंकार किया कि उन्हें बंधक बनाया गया था या कोई प्रलोभन दिया गया। बुधवार को लौटे तीन अन्य विधायकों में ऐदल सिंह कंसाना, रणवीर जाटव और कमलेश लाटव शामिल हैं।

डंग अज्ञात स्थान पर
सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के विधायक  डंग ‘अज्ञात’ स्थान पर हैं और उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को विधायक पद से त्यागपत्र ईमेल के माध्यम से भेजा है। पहले इस त्यागपत्र को फर्जी भी बताया गया, लेकिन इसका घंटों बीत जाने के बावजूद डंग की ओर से खंडन नहीं किया गया।