लॉकडाउन में गई नौकरी, पैसे के लिए इंजीनियर बना तस्कर, सब्जी की आड़ में बेचता था गांजा

मुंबई : कोरोना काल के दौरान अपनी नौकरी गंवाने के बाद इस युवक ने सब्जियां बेचना शुरू कर दिया। लेकिन उनके व्यवसाय के दौरान गलत कदम उठाने के कारण उसे अब मुंबई पुलिस की कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। मुंबई के कुरार पुलिस स्टेशन की सीमा में तानाजी नगर परिसर में यह घटना हुई। यहां एक सब्जी गोदाम है, इसमें एक व्यक्ति गांजा जैसे नशीले पदार्थ का भंडारन कर रहा है, इसकी जानकारी कुरार पुलिस को मिली। जानकारी मिलने के बाद कुरार पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रकाश वेले के नेतृत्व में पीआई चालके, पीआई पितले और एपीआई भोई और कुछ अन्य पुलिस कर्मियों ने गोदाम पर छापा मारा।

यहाँ पर प्याज की बोरियाँ रखी गई थी, लेकिन उसके पीछे गांजा का एक बड़ा भंडार भी छुपा कर रखा हुआ था। पंचनामा करने के बाद कुरार पुलिस ने भांग की तीन बोरियाँ जब्त कि। इस गांजा की कीमत लगभग 9 लाख 45 हजार है।

इस युवक की कहानी ऐसी है कि लॉकडाउन के दौरान इस युवक ने अपनी नौकरी गंवा दी। इसलिए उसने जीवनयापन के लिए सब्जी बेचने का व्यवसाय शुरू किया। वो सीधा खेत से सब्जियाँ लाकर ग्राहकों को बेचता है। 28 वर्षीय सिविल इंजीनियर कुरार गांव के श्रीराम नगर इलाके में रह रहा था। घर से थोड़ी ही दूरी पर सब्जियो का गोदाम था। यहां वह सब्जियों के साथ-साथ गान्जा भी रखता था। आरोपी का नाम सचिन है। पुलिस ने यहां 63 किलोग्राम भांग जब्त की है। ओडिशा से आए सब्जियों में छुपाकर गांजा मुंबई लाया जाता था। जब्त किए गए गांजे की कीमत लगभग 9.45 लाख रुपये है।

आरोपी को धारा 31/21 धारा 8 (सी) 20 (बी) (3) (सी) एनडीपीएस अधिनियम (1985) के तहत गिरफ्तार किया गया है। उसे 17 मार्च तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया था। एक सप्ताह पहले क्राइम ब्रांच यूनिट द्वारा कुरार पुलिस स्टेशन की सीमा के अंदर 12 छापे मारे गए थे, लेकिन उस समय सिर्फ 2 किलो गांजा ही मिला था। इसी के पूछताछ के दौरान सचिन का नाम सामने आया।