वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘जीवेत् शरद: शतम्’

मुम्बई : राज्य के वरिष्ठ नागरिकों के हेल्थ चैक अप और इलाज के लिए सामाजिक न्याय विभाग की ओर से ‘जीवेत् शरद: शतम्’ योजना प्रस्तावित है। 81वे वर्ष में पदार्पण करने वाले वरिष्ठ नेता शरद पवार के नाम पर इस योजना का नाम रखा जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य है कि वरिष्ठ नागरिक 100 साल से अधिक जीवित रहें।

सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे द्वारा इस योजना की संकल्पना बताने के बाद विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। विधि मंडल के बजट सत्र के दौरान इस योजना को प्रस्तुत करने की तैयारी शुरू हो गयी है। 60 वर्ष पूरा होने के बाद अपने स्वास्थ्य की देखभाल किस तरह से करे ये जानने के लिए पूरा हेल्थ चैक अप कराना जरूरी है। आर्थिक परिस्थिति, घर के बड़ों के प्रति उदासीनता व खुद के स्वास्थ्य के प्रति ध्यान न देने के कारण कई बार समय पर इलाज नहीं हो पाता है। लेकिन अचानक बीमार पड़ने पर जब टेस्ट कराया जाता है तो पता चलता है कि परिस्थिति हाथ से निकल चुका है। इस योजना का यही उद्देश्य है कि समय पर अगर जांच कर लिया जाए तो परिस्थिति को काबू में कर सकते हैं।

वर्तमान में ऐसी कोई योजना नहीं है जिसमे वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य की मुफ्त जांच हो। कोरोना के बाद तो वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य की समस्या अधिक विकट हो गयी है। उन्हे कोरोना का अधिक खतरा है। जो कोरोना से ठीक हो गये हैं उन्हे अन्य कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए इस योजना के माध्यम से बहुत सारे लोगो को लाभ मिलने वाला है।

समय पर मिले इलाज

वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य की जांच करना और समय पर इलाज उपलब्ध कराना इस योजना का उद्देश्य है। जो वरिष्ठ नागरिक इस योजना का अंतर्गत नहीं आते हैं उन्हे अनुदान देना जीवेत् शरद: शतम् का उद्देश्य है।- धनंजय मुंडे, सामाजिक न्याय मंत्री