Jayant Patil | सचिन वाझे के मामले में ‘नंबर वन’ मतलब मुंबई के पुलिस आयुक्त

सांगली (Sangli News) : Jayant Patil | खाकी वर्दी पहने दो-तीन लोग ही समाज में विभिन्न घटनाओं से परेशानी देकर वसूली रहे थे। वे अपने लिए पैसे जुटाते थे। इस मामले में ‘नंबर वन’ मतलब मुंबई के पुलिस आयुक्त (Mumbai Police Commissioner) हैं। अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) का इससे कोई लेना-देना नहीं है। वे दोषी नहीं है, या जनता को पता चल चुका है, ऐसी प्रतिक्रिया जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने आज दी।

 

अनिल देशमुख के संबंध में रिपोर्ट आने के बाद पाटिल ने अपनी भूमिका रखी। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ दिनों में, महाराष्ट्र (Maharashtra) के विभिन्न स्थानों, खासकर ठाणे (Thane) और मुंबई (Mumbai) में कई व्यापारियों ने शिकायत दर्ज कराई है। इसमें बताया गया कि किस तरह से पुलिस अधिकारी वाझे (Sachin Vaze) परेशान कर रहे थे और फिरौती मांग रहे थे। कुछ टेप मिले हैं। इसमें स्पष्ट रूप से बताया गया है कि वाझे किसके लिए धन जुटा रहा था।

 

एक अन्य बातचीत में एक शख्स सामने आया है, जिसका संबंध वाझे और परमवीर सिंह से है। बातचीत में आगे कहा गया, ”अगले दस-बारह दिनों में एक मंत्री को निशाना बनाया जाएगा, ईडी (ED), सीबीआई (CBI) पीछे लगाया जाएगा, जिससे यह सरकार गिर जाएगी और फिर से अपने मन मुताबिक पुलिस आयुक्त आएंगे।

 

हाल ही में कुछ मामले सामने आए हैं। बातचीत भी सामने आई है। नंबर एक मतलब मुंबई के सीपी, बार-बार कहा जा रहा है। इसका सीधा मतलब है, नंबर एक अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) नहीं था, इसका पर्दाफाश हो चुका है। नंबर एक मुंबई के सीपी हैं। इससे साबित होता है कि देशमुख बेकसूर हैं।”

 

 

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