जैसलमेर के कारोबारियों का अभिनव पहल, कहा-फ्लाइट शुरू करें, घाटा हुआ तो हम भरेंगे

जैसलमेर. ऑनलाइन टीम : पर्यटन के लिहाज से देश में जैसलमेर का स्थान खास है। जैसलमेर, ‘गोल्डन सिटी’, राजस्थान के शाही महलों और लड़ने वाले ऊंटों के साथ एक रेतीले रेगिस्तान के आकर्षण का प्रतीक है। यह विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल महान थार रेगिस्तान के बीच में स्थित है। पर्यटन जिले की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण प्रमुख भूमिका निभाता है। शहर के संस्थापक राव जैसल, जिन्होंने 12 वीं सदी के दौरान जैसलमेर पर शासन किया, के नाम पर इस शहर को नामित किया गया है।

इस शहर की गरिमा को बचाए रखने के लिए वहां के स्थानीय लोगों ने नई पहल की है। संभवत:  देश और शायद दुनिया में पहली बार  यहां आने वाले टूरिस्ट के लिए फ्लाइट की कनेक्टिविटी बनी रहे, इसके लिए शहर के कारोबारी और होटल व्यवसायी जेब से पैसा लगाने को भी तैयार हैं। ऐसे में जैसलमेर की दिल्ली और अहमदाबाद की स्पाइसजेट की बंद हो चुकी उड़ानें 12 फरवरी से फिर शुरू हो जाएंगी। उनका कहना है कि एयरलाइन को अगर घाटा होगा तो शहर के कारोबारी इसकी भरपाई करेंगे। स्पाइसजेट ने घाटे के चलते 28 जनवरी से जैसलमेर की उड़ानें बंद कर दी थीं।

जैसलमेर जिला कलेक्टर आशीष मोदी की कोशिशों से कारोबारियों और स्पाइसजेट के बीच लिखित समझौता  हुआ है। इसके तहत स्पाइसजेट हर 15 दिन में बुकिंग का हिसाब देगी। अगर कंपनी को घाटा उठाना पड़ा तो घाटे की राशि का पेमेंट टूरिज्म से जुड़े कारोबारी करेंगे। यह MoU फिलहाल 13 मार्च तक के लिए किया गया है।  स्पाइसजेट ने दिल्ली तक उड़ान के लिए हर फेरे के 6 लाख और अहमदाबाद की उड़ान के लिए 1 लाख रुपए का खर्च बताया है।

जैसलमेर के महारावल चैतन्यराज सिंह ने कारोबारियों की इस कोशिश की तारीफ की है। उन्होंने कहा, ‘इससे जैसलमेर के लिए यहां के लोगों के प्यार का पता चलता है। मुझे पूरी उम्मीद है यह मुहिम सफल रहेगी।’