जगदगुरू संत तुकाराम महाराज की पालकी यात्रा शुरू

पुणे/समाचार ऑनलाइन

संत श्रेष्ठ जगदगुरु तुकाराम महाराज की पालकी यात्रा गुरुवार को देहू से पंढरपुर के लिए रवाना हो चुकी है। इस मौके पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। अगले दिन आलंदी में संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी भी प्रस्थान करेगी। तुकाराम महाराज की पालकी के प्रस्थान से पहले पूजा अर्चना की गई। दोपहर दो बजे मुख्य पूजा की शुरुआत हुई, इस दौरान शहर के पालकमंत्री गिरीश बापट, सांसद अमर साबले, आप्पा बारने और विधायक बाला भेगड़े आदि भी मौजूद रहे। पालकी आज रात देहू के ईनामदारवाड़ा में रुकेगी। इसके बाद कल पुणे शहर के लिए रवाना होगी और दोपहर को पिंपरी चिंचवड़ पहुंचेगी।

330 से अधिक दिंडियां शामिल
पालकी यात्रा के 333वें वर्ष पर इस बार 330 दिंडियां (ग्रुप) शामिल हुई हैं। महाराष्ट्र समेत देश के कोने-कोने से श्रद्धालु संत तुकाराम और संत ज्ञानेश्वर की पालकी लेकर पंढरपुर आते हैं। ये धार्मिक यात्रा हिंदी महीने के आषाढ़ मास की एकादशी के दिन भगवान विट्ठल के दर्शन के साथ पूरी होती है।

क्या है मान्यता
संत तुकाराम आज से कई सालों पहले इस भूमि पर आए थे। उनके महान कार्यों को देखते हुए मराठी संतों की माला में ‘ज्ञानदेवे रचिला पाया, तुका झालासे कळस’ कहकर उनका यशगान किया जाता है। अर्थात महाराष्ट्र की भूमि पर यदि विट्ठल भक्ति और अध्यात्म की शुरुआत संत ज्ञानेश्वर द्वारा हुई तो इसे आगे बढ़ाकर उच्चतम अवस्था तक ले जाने का कार्य संत तुकाराम द्वारा संपन्न हुआ।