आतंकवाद में मदद करने वाले सभी लोगों को रोकना जरूरी : मोदी

ओसाका : समाचार ऑनलाईन  – जापान के शहर ओसाका में दो दिवसीय जी-20 समिट शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच समिट के इतर त्रिपक्षीय बैठक हुई। इसके बाद ट्रम्प और मोदी के बीच द्विपक्षीय बातचीत भी हुई। इस मौके पर ट्रम्प ने मोदी से कहा कि हम काफी अच्छे दोस्त हैं। हमारे देशों में इससे पहले कभी इतनी नजदीकी नहीं रही। दोनों के बीच व्यापार, डिफेंस, ईरान और 5जी कम्युनिकेशन नेटवर्क जैसे मुद्दों पर बातचीत हुई। हालांकि, विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि इस बातचीत में रूस के साथ एस-400 मिसाइल डील का मसला नहीं उठा। ट्रम्प ने मोदी से कहा- आपको आम चुनावों में जीत की बधाई। आप इस जीत के योग्य हैं। आप शानदार काम कर रहे हैं। हमें कई बड़ी चीजों का ऐलान करना है। मैं दोनों देशों के बीच बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए आपको बधाई देता हू्ं।

मोदी ने कहा- मैं आपका आभारी हूं
इससे पहले मोदी ने कहा, मेरे नए कार्यकाल की शुरुआत में ही मुझे आपसे मुलाकात करने का मौका मिला। मैं समझता हूं कि खुशी की बात है। मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करना चाहता हूं, क्योंकि भारत जैसे विशाल लोकतंत्र में और भारी बहुमत के साथ जनता ने हमें मेंडेट दिया है। स्थायी सरकार के लिए मतदान किया है। इसके फौरन बाद आपने मुझे टेलीफोन पर बधाई दी। हाल ही में पोम्पियो भी भारत दौरे पर आए और एक चिट्ठी में आपका मजबूत संदेश लेकर आए। यानी भारत के प्रति आपका जो नाता है। भारत के प्रति जो प्यार है, जो आपने अभिव्यक्त किया है। इसके लिए मैं आपका आभारी हू्ं।

ट्रम्प ने कहा था- भारत का टैरिफ अस्वीकार्य है
मोदी से मुलाकत से पहले ट्रम्प ने कहा था कि भारत द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर लगाया जाने वाला उच्च टैरिफ अस्वीकार्य है। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं में व्यापार पर चर्चा हुई, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि टैरिफ का मुद्दा उठा कि नहीं।

मोदी, ट्रम्प और आबे मिले
जापान, इंडिया और अमेरिका की त्रिपक्षीय बातचीत हुई। इसे जापान, इंडिया और अमेरिका यानी ङ्गजयफ नाम दिया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया, हम एक बेहतर भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं। ओसाका में जय की त्रिपक्षीय बैठक हुई। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने नेताओं का स्वागत किया। अमेरिका ने मोदी और आबे को चुनाव में मिली जीत पर बधाई दी। मोदी ने जय से भारत के जुड़ने की अहमियत को बताया।

मोदी ने ब्रिक्स की मीटिंग में कहा- आतंकवाद मानवता के लिए खतरा
ब्रिक्स देशों की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- आतंकवाद आज मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। यह सिर्फ मासूमों की जान ही नहीं लेता, बल्कि यह आर्थिक विकास और सामाजिक शांति पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। हमें आतंकवाद की मदद करने वाले सभी माध्यमों को रोकने की जरूरत है।

समिट में भारत, अमेरिका और चीन का फोकस ट्रेड विवाद सुलझाने पर
जी-20 दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है। इस बार इसमें ग्लोबल इकोनॉमी, आतंकवाद, ट्रेड, जलवायु परिवर्तन, वुमेन इम्पॉवरमेंट, रोजगार समेत कई मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। समिट के अलावा सदस्य देश इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल द्विपक्षीय और त्रिपक्षीय समझौतों के लिए करते हैं। अमेरिका, चीन और भारत का इस बार का सबसे बड़ा फोकस ट्रेड को लेकर रहेगा। भारत समिट में सुपर पॉवर बनकर उभर सकता है। 2008 में वित्तीय संकट से उबरने के लिए अमेरिका ने इस मंच का इस्तेमाल किया था। इसके बाद से अमेरिका हर जी-20 में सबसे ज्यादा फोकस व्यापार और इकोनॉमिक ग्रोथ पर करता है। अमेरिका हमेशा सीधे डील में विश्वास करता है। जबकि रूस, चीन, भारत मल्टीलेटरल डील में विश्वास करते हैं। भारत के लिहाज से समिट में सबसे अहम बात मोदी-ट्रम्प, जिनपिंग-मोदी के बीच की बैठकों के नतीजों से तय होगी। इसके अलावा मोदी मैरीटाइम और सामरिक समझौते भी कर सकते हैं।