यह भी अजीब…सोनिया आईं नहीं, राहुल विदेश गए, एंटनी ने फहराया कांग्रेस का झंडा

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : कांग्रेस सोमवार को अपना 136वां स्थापना दिवस मना रही है, लेकिन ऐसा संभवत: पहली बार हुआ कि कांग्रेस का झंडा किसी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष अथवा कार्यकारी अध्यक्ष ने नहीं, बल्कि वरिष्ठ पार्टी ने फहराया। अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी मुख्यालय में आयोजित समारोह में नजर नहीं आईं, तो पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी निजी यात्रा पर एक दिन पहले ही विदेश रवाना हो चुके हैं। दोनों की अनुपस्थिति की भरपाई प्रियंका गांधी करने की जरूर कोशिश की, लेकिन पार्टी मुख्यालय में वरिष्ठ कांग्रेसी एके एंटोनी ने झंडा फहराया। एके एंटनी आज अपना 81वां जन्मदिन भी मना रहे हैं।

वीडियो संदेश में सोनिया गांधी ने कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “जनता के अधिकार कुचले जा रहे हैं। चारों ओर तानाशाही का आलम है। लोकतांत्रिक और संवैधानिक संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है। बेरोजगारी चरम सीमा पर है। खेत-खलिहान पर हमला बोला जा रहा है और देश के अन्नदाता पर काले कानून थोपे जा रहे हैं।”
यह भी देखने वाली बात है कि एक तरफ जहां नरेंद्र मोदी अपना जन्मदिन ‘सेवा दिवस’ के रूप में मनाते हैं, वहीं राहुल विदेश में बर्थडे सेलिब्रेट करते हैं।

2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सिर्फ 44 सीटों पर सिमटने के बाद राहुल, जून 2014 में विदेश चले गए थे। 2015 की शुरुआत में राहुल करीब दो महीने तक देश से बाहर रहे। वह वियतनाम, कम्बोडिया, थाइलैंड के अलावा म्यांमार भी गए थे। अप्रैल 2015 में लौटे राहुल ने 19 जून 2015 को अपना बर्थडे दिल्ली में मनाया था। मगर अगले ही दिन, वे मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी के साथ विदेश चले गए। सभी 10 दिन बाद लौटकर आए। जून 2016 में राहुल ने अपना जन्मदिन तुर्की में मनाया। 2017 में इटली जाकर नानी संग बर्थडे मनाया। राहुल मार्च 2018 में भी इटली जा चुके हैं। तब वह अपनी नानी को ‘सरप्राइज’ देने गए थे।  इसके बाद उन्होंने मलेशिया और सिंगापुर की यात्रा भी की थी। दिसंबर 2016 में भी राहुल गांधी नए साल का जश्न मनाने विदेश गए थे। और तो और, अप्रैल 2016 में असम के विधानसभा चुनाव होने थे। राहुल दिसंबर 2015 में यूरोप गए थे। असम चुनाव की तैयारियों को किनारे कर विदेश जाने पर खूब सवाल उठे थे। राहुल हर साल 2-3 बार छुट्टियों पर जाते रहे हैं।

इस बार भी अटकलें तेज हैं कि राहुल इटली गए हैं। उनकी यात्रा ऐसे समय में हुई है जब पार्टी सोमवार को देश भर में तिरंगा यात्रा निकाल रही है। राहुल गांधी ने गुरुवार को कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था और उन्हें एक ज्ञापन सौंपकर आग्रह किया था कि वो सरकार से किसानों की मांगों पर विचार करने के लिए कहें। उन्होंने संसद के संयुक्त सत्र बुलाकर कृषि कानूनों को वापस लेने की भी मांग की है