ISRO का बड़ा ऐलान : 2020 में अंतरिक्ष में करेगा ‘ऐसा प्रयोग’ जो आज तक नहीं किया

चैन्नई : समाचार ऑनलाइन – भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) द्वारा हालही में किये गए चंद्रयान 2 मिशन को 95 प्रतिशत सफल बताया गया। हालांकि लैंडर विक्रम की ख़राब लैंडिंग की वजह से यह मिशन अधूरा रह गया हो लेकिन, वैज्ञानिकों के कदम रुके नहीं है। अब वह ऐसे मिशन को अंजाम देने जा रहे हो जो उसने आज तक नहीं किया हो। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसरो चीफ डॉ. के. सिवन ने कुछ महीने पहले बताया था कि भारत अपना स्पेस स्टेशन बनाएगा। स्पेस स्टेशन बनाने के लिए सबसे जरूरी है दो अंतरिक्षयानों या सैटेलाइट या उपग्रहों को आपस में जोड़ना। यह मिशन बेहद कठिन है। इसके लिए हर के चीज़ पर बारीकी से काम करने की आवश्यकता होती है।

इसरो चीफ ने कहा है कि ये वैसा ही है जैसे किसी इमारत को बनाने के लिए हम एक ईंट से दूसरी ईंट को जोड़ते हैं। जब दो छोटी-छोटी चीजें जुड़ती है, तब वो बड़ा आकार बनाती हैं। वैसे ही ये भी है। इस मिशन का नाम स्पेडेक्स यानी स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट रखा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए सरकार से 10 करोड़ रुपए मिले हैं।

इसके लिए दो प्रायोगिक उपग्रहों को पीएसएलवी रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा फिर उन्हें अंतरिक्ष में जोड़ा जाएगा। इस मिशन की गंभीर बात ये है कि दो सैटेलाइट्स की गति कम करके उन्हें अंतरिक्ष में जोड़ना अगर गति सही मात्रा में कम नहीं हुई तो ये आपस में टकरा जाएंगे। फिर पूरा मिशन फेल हो जायेगा।

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