सैलरी काटने पर आईफोन कंपनी के कर्मचारियों ने की उपद्रव, कारों को पलट दिया और फर्नीचर भी तोड़े 

बेंगलुरु. ऑनलाइन टीम : कोरोनाकाल में नौकरी जाने का और वेतन कटौती का दर्द कर्मचारियों के लिए मुसीबत से कम नहीं रहा। फिर भी स्थितियों को भांप कर वे लगातार अपने सेवाएं देते रहे, वह भी जान हथेली पर लेकर। संक्रमण की दहशत के बीच उन्हें कई घंटे अधिक मेहनत भी करने पड़े। ऐसे में मनमानी वेतन कटौती पर बिफरना कोई असामान्य बात नहीं, और ऐसे ही हुआ है कर्नाटक के बेंगलुरु में।

कोलार जिले के नरसापुरा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित इकाई के कर्मचारियों ने परिसर में कारों को पलट दिया और फर्नीचर को क्षतिग्रस्त किया।  पथराव कर खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। गाड़ियों, फर्नीचर, कंप्यूटर और लैपटॉप को नुकसान पहुंचाया।   कर्मचारी इस बात से नाराज थे कि उन्हें जॉइनिंग के समय जिस वेतन का दावा किया गया था, वह नहीं दिया जा रहा है।
ध्यान रहे, विस्ट्रॉन कॉर्पोरेशन ऐप्पल के लिए आईफोन 7, लेनोवो, माइक्रोसॉफ्ट समेत अन्य के लिए आईटी उत्पाद बनाती है।

तकरीबन 2900 करोड़ रुपये का निवेश करने और 10 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार देने के प्रस्ताव पर विस्ट्रॉन को राज्य सरकार ने नरसापुरा इंडस्ट्रियल एरिया में 42 एकड़ जमीन दी थी। लेकिन वादे के विपरीत यहां का प्रबंधन अपना काम कर रहा था। कंपनी के एक कर्मचारी ने बताया कि एक इंजिनियरिंग स्नातक को 21 हजार रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया गया था, लेकिन उसका वेतन अचानक कम करके 16000 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया। हाल के महीनों में उसकी सैलरी और कम करके 12 हजार रुपये कर दी गई।  वहीं गैर-इंजिनियरिंग ग्रेजुएट्स की सैलरी भी 8 हजार रुपये तक कम की गई है। इसके लेकर कर्मचारियों ने प्रबंधन से चर्चा की थी, लेकिन लगता है कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद  शनिवार को ऑफिस से जाते ही वक्त वे उग्र हो गए और तोड़फोड़ की।