विद्यार्थियों के बीमार होने के मामले की जांच हो : डॉ। सिद्धार्थ धेंडे

पुणे : समाचार ऑनलाईन –  पोषण आहार खाकर एक अध्यापिका सहित 21 विद्यार्थियों के बीमार होने के मामले की व्यापक जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। यह मांग उप-महापौर डॉ। सिद्धार्थ धेंडे ने पत्रकार-वार्ता में की। बता दें कि बुधवार सुबह पोषण आहार खाने के बाद एक अध्यापिका के साथ बीमार हुए राजस सोसायटी, कात्रज स्थित रामभाऊ म्हालगी स्कूल के 21 विद्यार्थियों को भारती विद्यापीठ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। अनुमान है कि विषाक्त भोजन खाने से इनकी तबीयत बिगड़ गई थी। हॉस्पिटल में इनकी हालत में सुधार होने के बाद एक विद्यार्थी को छोड़कर अन्य सभी को डिस्चार्ज किया गया। एक विद्यार्थी को अंडर ऑब्जर्वेशन हेतु हॉस्पिटल में ही रखा गया है।

डॉ। धेंडे ने बताया, उक्त स्कूल के विद्यार्थियों के लिए सेंट्रल किचन के जरिए स्कूली पोषण आहार की आपूर्ति की जाती है। बुधवार की सुबह 8वीं के कुछ छात्रों को पोषण आहार में ङ्गमसाला भातफ खाने के लिए दिया गया था। खाना खाने के बाद अध्यापिका व एक लड़के को उल्टियां होने लगीं और इसी के साथ वहां हड़कंप मच गया। इसके पश्चात अध्यापिका सहित आहार का सेवन करने वाले विद्यार्थियों को तुरंत भारती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इसके बाद महापौर मुक्ता तिलक, मनपा आयुक्त सौरभ राव, शिक्षा विभाग प्रमुख मीनाक्षी राउत, स्वास्थ्य विभाग प्रमुख डॉ। रामचंद्र हंकारे व अधिकारियों के साथ मैंने हॉस्पिटल का विजिट किया। वहां विद्यार्थियों व टीचर के सभी प्रकार के टेस्ट्स कर दवाएं दी गई थीं। सभी की तबीयत अब ठीक है। सबको डिस्चार्ज कर एक विद्यार्थी को ऑब्जर्वेशन हेतु हॉस्पिटल में ही रखा गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस स्कूल को सेंट्रल किचन सिस्टम के जरिए रजनी महिला बचत गुट द्वारा 13 अगस्त से पोषण आहार दिया जा रहा है। पिछले चार-पांच दिनों से अध्यापकों द्वारा शिक्षा मंडल से आहार की गुणवत्ता ठीक न होने की शिकायत की जा रही थी। इस स्कूल के 120 विद्यार्थियों को पोषण आहार दिया जाता है, लेकिन बुधवार सुबह 8वीं व 9वीं के कुछ बच्चों सहित 70 विद्यार्थियों को चावल परोसा गया था। अध्यापिका व एक छात्र को उल्टियां होने के बाद अन्य विद्यार्थियों को खाना नहीं दिया गया। इस संबंध में पुलिस ने शिकायत दर्ज की है तथा खाद्य व औषधि प्रशासन द्वारा चावल व उल्टी के नमूने जांच के लिए लैब में भेज दिये हैं।

उप-महापौर ने कहा कि इस मामले में निश्चित रूप से लापरवाही हुई है। विद्यार्थियों के इलाज का खर्च मनपा की ओर से देने हेतु मनपा प्रशासन को निर्देश दिया गया है। स्थानीय नगरसेवक व पूर्व महापौर दत्ता धनकवड़े ने भी हॉस्पिटल में जाकर विद्यार्थियों का हालत की जानकारी ली। डॉ। धेंडे ने बताया कि अध्यापकों द्वारा आहार के बारे में शिकायत किये जाने के बावजूद उसकी अनदेखी करने के मामले में संबधित शिक्षा अधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग मनपा आयुक्त से की गई है।