पिंपरी चिंचवड़ में साकारा जाएगा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम

मोशी की 11 एकड़ जमीन पर बनेगा स्टेडियम; विधायक महेश लांडगे के ‘विजन 2020’ की एक और परियोजना होगी साकार
पिंपरी। भाजपा के पिंपरी चिंचवड़ शहराध्यक्ष एवं विधायक महेश लांडगे ने अपने भोसरी विधानसभा क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के ‘विजन 2020’ बनाया गया है। इसके अंतर्गत एक और महत्वपूर्ण परियोजना शुरू होने जा रही है। भोसरी विधानसभा क्षेत्र में एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का समावेश ‘विजन  2020’ में किया गया था। इस परियोजना को पिंपरी चिंचवड़ मनपा की सर्वसाधारण सभा में मंजूरी दी गई। इसके अनुसार मोशी की 11 एकड़ जमीन पर करीबन 300 करोड़ की लागत से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, जिसका सपना विधायक लांडगे ने देखा था, साकारा जाएगा।
‘विजन 2020’ के तहत भोसरी विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का विकास, ललित कला अकादमी, सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, एजुकेशन सेंटर जैसी कई परियोजनाओं के अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का समावेश है। सर्वसाधारण सभा में एक उप प्रस्ताव के जरिये मोशी में 25 हजार आसन क्षमता का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम साकारने की परियोजना को मंजूरी दी गई। महापौर माई ढोरे की अध्यक्षता में पारित किए गए प्रस्ताव के अनुसार मोशी के सर्वे नं. 444 आरक्षण क्रमांक 1/ 204 में यह स्टेडियम बनाया जाएगा। इस परियोजना को आमसभा की प्रशासकीय मान्यता देने का प्रस्ताव पूर्व  महापौर नितीन कालजे ने पेश की थी जिसे पूर्व महापौर राहुल जाधव ने अनुमोदन दिया।
इस बारे में ‘बीआरटीएस’ विभाग के उपअभियंता संजय साली ने कहा कि, पिंपरी-चिंचवड़ शहर में अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक भी स्टेडियम नहीं है।  शहर में खेल क्षेत्र को बढ़ावा देने के मामले में मोशी का प्रस्तावित स्टेडियम महत्वाकांक्षी साबित होगा। इसके प्रस्ताव को प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है और एक परियोजना सलाहकार को अब नियुक्त किया जाएगा। उसके बाद योजना को मंजूरी देकर टेंडर प्रक्रिया को लागू किया जाएगा। इस स्टेडियम के काम को अगले दो से ढाई साल में पूरा किया जाएगा। यह स्टेडियम शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगा। विधायक लांडगे ने कहा कि, हमने खेल प्रतियोगिताओं को देखने के लिए देश या विदेश के अन्य शहरों की यात्रा की है। उस समय अपने शहर में ऐसा भव्य स्टेडियम होना चाहिए, देश-विदेश के खिलाड़ियों को आपके शहर में आना चाहिए। खेल के क्षेत्र में अपने शहर के नाम को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। एक भावना थी कि शहर में खिलाड़ियों के लिए अधिकारों का एक मंच बनाया जाए। इसीलिए हमने प्रशासन के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने का काम किया है।