INSPIRATION: सगाई का खर्च बचाकर की 103 बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद

औरंगाबाद: समाचार ऑनलाइन— भीषण बाढ़ की चपेट में आने के बाद से कोल्हापुर और सांगली जिले के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है. उनके खाने-पीने के लाले पड़ गए हैं. सिर से छत छीन गई है. ऐसे में सूखा प्रभावित मराठवाड़ा से भी इन लोगों के लिए मदद के हाथ आगे बढ़ रहे हैं. खास बात तो यह है कि बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए एक अधिकारी ने अपनी सगाई (साखरपुडा) का कार्यक्रम रदद् कर, इसमें इस्तेमाल होने वाले पैसों से बाढ़ प्रभावितों की सहायता करने का सराहनीय कदम उठाया है. बता दें कि इस अधिकारी की हाल ही में प्रशासनिक सेवा में नियुक्ती हुई है. इस अधिकारी ने अपनी सगाई का खर्च और अपने दोस्त के परिवारों से एकत्रित हुई राशि से लगभग 103 बाढ़ पीड़ित परिवारों की मदद की है.

50 हजार रुपए के बर्तन वितरित किए
जेहुर आडगाव निवासी धीरज चव्हाण मंत्रालय में सहायक सेल अधिकारी के रूप में पदस्थ हुए हैं. उनसे बाढ़ प्रभावितों की पीड़ा देखि नहीं गई, इसलिए उन्होंने अपनी सगाई पर खर्च होने वाले 10 हजार रुपए व दोस्त के परिवारों से इकट्ठा हुए 30 हजार रुपए से हरिपुर (ता. मिरज) के 103 बाढ़ पीड़ित परिवारों को बर्तन वितरित किए.

अभी और मदद की जरूरत
इस सन्दर्भ में धीरज चव्हाण ने कहा कि, “बाढ़ पीड़ितों को हमने जो सहायता प्रदान की है, वह बहुत कम है. उन्हें नए सिरे से अपनी दुनिया बसानी होगी, जिसके लिए उन्हें और काफी मदद की ज़रूरत है. लेकिन, हमने जो भी मदद की है, उससे उन्होंने राहत महसूस की है.” ठीक उसी तरह “हम भी मदद करके खुश हैं.”

हरिपुर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. यह कृष्णा-वारना के संगम पर स्थित है. बाढ़ के कारण यहाँ के लगभग 150 परिवारों के घर तबाह हो गए हैं. इनमें से 103 परिवारों को खाने के बर्तन बांटे गए हैं. प्रत्येक परिवार को थाली, प्लेट, चम्मच आदि सामग्री दी गई है. हरिपुर गाँव के सरपंच विकास हणभर ने इस ससराहनीय कार्य हेतु धीरज चव्हाण और हर्षवर्धन मग्दुम को प्रशंसा पत्र दिया है.