Ind Vs Pak : तो इस मामले में पाकिस्तान से पीछे रह गया भारत….

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – वैसे तो भारत पाकिस्तान का मुकाबला हो ही नहीं सकता है। भारत हर जगह पाकिस्तान से 1000 मील आगे खड़ा है। चाहे वो विकास की बात हो या अर्थव्यवस्था की। हर जगह भारत पाकिस्तान से आगे है। हालांकि ऐसे कुछ-कुछ जगह है जहां भारत पाकिस्तान के पीछे रह गया। एक ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, वैश्विक भूख सूचकांक (ग्लोबल हंगर इंडेक्स) में भारत 102वें स्थान पर पिछड़ गया है। यह दक्षिण एशियाई देशों का सबसे निचला पायदान है। इस लिस्ट में भारत पाकिस्तान से भी पीछे हो गया है।

पाकिस्तान इस वर्ष भारत से आगे निकलकर 94वां स्थान हासिल किया है। 2015 में भारत की ग्लोबल हंगर इंडेक्स (जीएचआई) रैंकिंग 93 थी। उस वर्ष दक्षिण एशिया में सिर्फ पाकिस्तान ही ऐसा देश था जो इस इंडेक्स में भारत से नीचे आया था। 2014 से 2018 के बीच जुटाए गए आंकड़ों से तैयार ग्लोबल हंगर इंडेक्स विभिन्न देशों में कुपोषित बच्चों की आबादी, उनमें लंबाई के अनुपात में कम वजन या उम्र के अनुपात में कम लंबाई वाले पांच वर्ष तक के बच्चों का प्रतिशत और पांच वर्ष तक के बच्चे की मृत्यु दर पर आधारित हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाकी दक्षिण एशियाई देश 66वें से 94 स्थान के बीच हैं।

जीएचआई पर पेश एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 6 से 23 महीनों के सिर्फ 9.6% बच्चों को ही न्यूनतम स्वीकृत भोजन उपलब्ध हो पाता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी हालिया रिपोर्ट में तो यह आंकड़ा 6.4% ही बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2000 के बाद से नेपाल ने इस मामले में सबसे ज्यादा सुधार किया है।

भारत में भूखमरी है बड़ी समस्या –
भूख की स्थिति के आधार पर देशों को 0 से 100 अंक दिए गए और जीएचआई तैयार किया गया। इसमें 0 अंक सर्वोत्तम यानी भूख की स्थिति नहीं होना है। 10 से कम अंक का मतलब है कि देश में भूख की बेहद कम समस्या है। इसी तरह, 20 से 34.9 अंक का मतलब भूख का गंभीर संकट, 35 से 49.9 अंक का मतलब हालत चुनौतीपूर्ण है और 50 या इससे ज्यादा अंक का मतलब है कि वहां भूख की बेहद भयावह स्थिति है। भारत को 30.3 अंक मिला है जिसका मतलब है कि यहां भूख का गंभीर संकट है।