उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में ग्रामीणों ने कोरोना वैक्सीन लेने से इंकार किया, जिलाधिकारी ने गांव की बिजली काटी ; राशन भी किया बंद

लखनऊ, 4 जून : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने पिछले सवा दो महीने से देश में आतंक मचा रखा है। अब यह लहर शांत पड़ने लगी है। इसके बावजूद इस लहर का बड़ा असर ग्रामीण क्षेत्रों पर पड़ा है। उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के बीरपुर गांव में कोरोना संक्रमण से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए। इस गांव के कई लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। लेकिन इसके बावजूद इस गांव के लोग कोरोना वैक्सीन लेने से मना कर दिया है। वेक्सीनेशन के लोइये स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां आई थी। लेकिन इस टीम को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों के वैक्सीन लेने से इंकार करने से नाराज जिलाधकारी दवारा गांव की बिजली सप्लाई काट देने का आरोप लगाया गया है। लेकिन अधिकारियों की सफाई है कि केवल बिजली का बकाया होने की वजह से बिजली सप्लाई काटी गई है। इसके बावजूद ग्रामीण कह रहे है कि वैक्सीन लेने से मना करने की वजह से बिजली काट दी गई है।

बीरपुर गांव में बुधवार को 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के वेक्सीनेशन के लिए कैंप लगाया गया था। इसके लिए सुबह 10 बजे स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में दाखिल हुई। लेकिन ग्रामीण वैक्सीन लेने के लिए नहीं आ रहे थे। इसके बाद यह टीम घर-घर जाकर ग्रामीणों से वैक्सीन लेने की अपील की। इसके बावजूद ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे।

इसके बाद स्वास्थ्य विभाफ के अधिकारियों की इस बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद एसडीएम देवेश गुप्ता के साथ प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी राम मिलन सिंह परिहार, एडीओ पंचायत अरविंद राजपूत गांव में पहुंचे। अधिकारियों ने भी घर-घर जाकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण नहीं माने। इस वजह से एसडीएम ने बीरपुर की बिजली सप्लाई काट देने का आदेश दिया। साथ ही गांव की राशन सप्लाई भी रोक दी गई।

ग्रामीणों दवारा वैक्सीन नहीं लेने के कारण बिजली सप्लाई काट देने का आरोप लगाए जाने के बाद अधिकारियों ने सफाई दी है। एडीएम गजेंद्र कुमार ने बताया कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के वेक्सीनेशन के लिए कैंप लगाया गया था। एसडीएम भी वहां गए। लेकिन ग्रामीण वैक्सीन को लेकर नकारात्मक नज़र आये। वे वेक्सीनेशन का विरोध कर रहे थे। एसडीएम ने उन्हें समझाने का भी प्रयास किया। लेकिन कोई कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। लेकिन वैक्सीन नहीं लेने की वजह से बिजली काट देने का आरोप गलत है। जिनका बिजली बिल बकाया है उनकी ही बिजली सप्लाई बंद की गई है।