सब्जी विक्रेता, डॉक्टर बनकर फिरौती मांगने वालों को दबोचा

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

वाकड़ पुलिस की गिरफ्त में आये उच्च शिक्षित आरोपी

पिंपरी चिंचवड़ के वाकड़ में रहनेवाले एक संभ्रांत परिवार की महिला को जान से मारने की धमकी देकर पांच लाख रुपए की फिरौती मांगे जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में वाकड़ पुलिस की टीम ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश निवासी दो उच्च शिक्षित युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके नाम रोहित विनोद यादव (28, निवासी प्रेमनगर, नझमगड, नवी दिल्ली) और अभिनव सतिश मिश्रा (27, निवासी न्यू सिंधूनगर, लखनऊ, उत्तरप्रदेश) है। दोनों भी बीटेक इंजीनियर हैं और गुड़गांव के आईटी पार्क में नौकरी करते थे।

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शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी देते हुए पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने बताया कि, आरोपियों में शामिल रोहित पढ़ाई के लिए पुणे में रह चुका है। उनका एक दोस्त उसी सोसाइटी में रहता था जिसमें संभ्रांत परिवार रहता है। इस कारण से वह उस परिवार के बारे में काफी कुछ तक जानता था। इसके बाद उसने महिला के फेसबुक एकाउंट से उसका नँबर और परिवार के दूसरे सदस्यों व अन्य जानकारी हासिल की। इसके बाद उसके मोबाइल पर धमकी के मैसेज और फोन करने लगे।

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आरोपी उनसे पांच लाख रुपए की फिरौती मांग कर रहे थे साथ ही पैसे न देने पर उनकी 21 साल की बेटी को अगवा करने की धमकी देते रहे। घबराये परिवार ने वाकड़ पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके अनुसार पुलिस टीम आरोपियों की जानकारी प्राप्त करने में जुट गई। 19 सितंबर को पहला कॉल आया था उस दिन से जांच शुरू की। आरोपी उच्च शिक्षित रहने से वे दिल्ली के अलग- अलग हिस्सों के पब्लिक बूथ से फोन करते ताकि तकनीकी रूप से पकड़े न जा सके। इसके बाद पुलिस के कहने पर परिवार ने फिरौती के पैसे देने की तैयारी दर्शायी।

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21 सितंबर को आरोपी दिल्ली से पुणे एयरपोर्ट पर फ्लाइट से आये और उन्होंने वहीं पैसे लेकर बुलवाया। यहां ट्रैप लगाना ठीक न होगा यह समझ मे आने के बाद उस परिवार ने आरोपियों को वाकड़ में उनके घर के पास के इलाके में बुलाया। पैसों की लालच में वे भी यहाँ आने के लिए तैयार हो गए। हांलाकि उन्होंने पैसे वाकड़ में एक डीपी बॉक्स के पीछे रखने को कहा। उनके आने तक वाकड़ पुलिस की डिटेक्शन ब्रांच के 6 अधिकारी और 40 कर्मचारी उस इलाके में भेष बदलकर बिखर गए। कोई डॉक्टर नर्स बनकर एम्बुलेंस में बैठा तो कोई ठेला लगा कर सब्जी व अन्य सामान बेचने लगा। जैसे ही दोनों पैसे लेने यहां पहुंचे पुलिस टीम ने उन्हें धरदबोचा।

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इस वारदात को सुलझ में वाकड़ थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सतीश माने, क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक सुनील पिंजण, सहायक निरीक्षक स्वामी, चव्हाण, फौजदार हरीष माने, बाबर, कर्मचारी धनराज किरनाले, दादा पवार, अशोद दुधवणे, बिभीषण कन्हेरकर, सुरेश भोसले, रमेश गायकवाड, बापूसाहेब धुमाल, विक्रांत गायकवाड, मधुकर चव्हाण, प्रमोद कदम, मौहंमदगौस नदाफ, विजय गंभीरे, विक्रम कुदल, राजेश बारशिंगे, नितीन गेंगजे, शाम बाबा व नूतन कोंडे की टीम ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मकरंद रानडे ने इस कामयाबी के लिए वाकड़ टीम को बधाइयां दी। इस मौके पर पुलिस उपायुक्त नम्रता पाटिल, सहायक पुलिस आयुक्त श्रीधर जाधव उपस्थित थे।