मावल और शिरूर में ‘लेटरबाजी’ और ‘होर्डिंगबाजी’ रह गई पीछे

आरआर की पुत्री स्मिता और अमोल कोल्हे के आगे आये नाम

लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस का नया समीकरण

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – खुद राष्ट्रवादी कांग्रेस के हाईकमान शरद पवार द्वारा नापसंदगी की मुहर लगाए जाने से पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पुत्र पार्थ का नाम कट गया। उसके बाद भी मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से पार्थ की उम्मीदवारी को लेकर ‘लेटरबाजी’ चलती रही। मगर अब फिर एक बार उनका नाम रेस से पीछे पड़ता नजर आ रहा है। क्योंकि मावल से भूतपूर्व उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री आरआर पाटिल की कन्या स्मिता पाटिल का नाम आगे आ गया है। वहीं ‘होर्डिंगबाजी’ से शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र में माहौल बनाने वाले पूर्व विधायक विलास लांडे का नाम पीछे होता नजर आ रहा है। क्योंकि यहां अब शिवसेना को जय महाराष्ट्र कर कलाई पर राष्ट्रवादी की घड़ी बांधने वाले डॉ अमोल कोल्हे का नाम आगे आया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस का यह नया समीकरण मतदाताओं और स्थानीय नेताओं को कितना लुभाता है? इसकी उत्सुकता बढ़ गई है।

पूर्व गृहमंत्री आरआर पाटिल की कन्या स्मिता पाटिल दौंड के पूर्व विधायक रमेश थोरात के भतीजे संग ब्याही गई हैं और वे इन दिनों पिंपरी चिंचवड शहर में ही रह रही हैं। सबसे बड़ी बात यह कि स्मिता अपने पिता द्वारा डांसबार बंदी के फैसले को आगे बढ़ा रही हैं। सबसे ज्यादा डांसबार जिस पनवेल में है वह भी मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र में आता है। अगर स्मिता यहां से उम्मीदवार होंगी तो डांसबार बंदी जैसे फैसले को लेकर उनके प्रति रही सहानुभूति लाभदायक साबित होगी, यह कयास लगाए जा रहे हैं। यही वजह है कि मावल लोकसभा क्षेत्र से पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पुत्र का नाम पीछे होकर स्व आरआर पाटिल की कन्या स्मिता पाटिल का नाम आगे आ गया है। आज दिनभर मावल लोकसभा से उनकी उम्मीदवारी को लेकर जोरदार चर्चा रही। जब मीडिया ने उनसे इस बारे में पूछा तब उन्होंने कहा कि, पार्टी का आदेश उनके लिए शिरोधार्य होगा।


इसी तरह से शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से हैट्रिक करनेवाले शिवसेना सांसद शिवाजीराव आढलराव पाटिल के मुकाबले किसे प्रत्याशी बनाया जाय? इस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा काफी माथापच्ची के बाद भोसरी के पूर्व विधायक विलास लांडे को फिर एक बार प्रत्याशी तय करने की राय बनी। उन्होंने पूरे शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र में सांसद आढलराव से लंबित मसलों को लेकर सवाल उठाने वाले विज्ञापनों की ‘होर्डिंगबाजी’ कर काफी माहौल तैयार कर लिया है। अभी वे पूरी तरह से अखाड़े में उतरे भी नहीं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस ने मशहूर मराठी अभिनेता डॉ अमोल कोल्हे, जिन्होंने हाल ही में शिवसेना त्याग कर राष्ट्रवादी में प्रवेश किया, को शिरूर से प्रत्याशी बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। डॉ कोल्हे ने मशहूर मराठी सीरियलों में छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज की भूमिकाओं से लोगों के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उनकी लोकप्रियता भुनाने में राष्ट्रवादी को कितनी सफलता मिलती है? यह तो आनेवाला वक्त ही तय करेगा।


इसी तरह से शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से हैट्रिक करनेवाले शिवसेना सांसद शिवाजीराव आढलराव पाटिल के मुकाबले किसे प्रत्याशी बनाया जाय? इस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा काफी माथापच्ची के बाद भोसरी के पूर्व विधायक विलास लांडे को फिर एक बार प्रत्याशी तय करने की राय बनी। उन्होंने पूरे शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र में सांसद आढलराव से लंबित मसलों को लेकर सवाल उठाने वाले विज्ञापनों की ‘होर्डिंगबाजी’ कर काफी माहौल तैयार कर लिया है। अभी वे पूरी तरह से अखाड़े में उतरे भी नहीं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस ने मशहूर मराठी अभिनेता डॉ अमोल कोल्हे, जिन्होंने हाल ही में शिवसेना त्याग कर राष्ट्रवादी में प्रवेश किया, को शिरूर से प्रत्याशी बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। डॉ कोल्हे ने मशहूर मराठी सीरियलों में छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज की भूमिकाओं से लोगों के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उनकी लोकप्रियता भुनाने में राष्ट्रवादी को कितनी सफलता मिलती है? यह तो आनेवाला वक्त ही तय करेगा।