इमरान को मिला अर्नब का ‘सहारा’… कथित चैट का हवाला देकर भारत को कठघरे में खड़ा किया 

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : रिपब्लिक टीवी एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी के वायरल चैट ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आग उगलने का मौका दिया है। डूबते को तिनका सहारा, इमरान खान की तो अपने ही देश में भद्द पट रही है, लेकिन उन्हें अच्छी तरह मालूम है कि भारत के खिलाफ जहर उगलते रहने तक वहां वाह-वाही लूटी जा सकती है। इसके लिए वे मौके की तलाश में रहते हैं और उन्हें मौका मिल गया है।

दरअसल, अर्नब गोस्वामी के एक वायरल चैट में बालाकोट एयरस्ट्राइक का जिक्र होने की वजह से इमरान खान ने इसे  मोदी सरकार पर हमला करने के लिए मौके के रूप में लिया है और मोदी सरकार पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। दरअसल, बीते दिनों अर्नब गोस्वामी और बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बीच कुछ बातें हुईं थीं। उसके ही कुछ कथित वॉट्सऐप चैट्स सामने आईं हैं। इस चैट में बालाकोट एयर स्ट्राइक से तीन दिन पहले किसी बड़ी स्ट्राइक का जिक्र भी है।

अर्नब गोस्वामी 23 फरवरी, 2019 को तत्कालीन बार्क सीईओ से कहते कि ‘कुछ बड़ा’ होने वाला है। नॉर्मल स्ट्राइक से बड़ी स्ट्राइक होने वाली है और उसी समय कुछ कश्मीर में भी अहम होगा।” ठीक तीन दिन बाद यानी 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप पर हमला बोल दिया था। काफी लोगों ने सोशल मीडिया में इस बात पर हैरानी जताई है कि गोपनीय सैन्य कार्रवाई की अर्नब को आखिर किसने जानकारी लीक की ? खुद विपक्षी पार्टियां इस लीक मामले में इंटरनल इन्क्वायरी की मांग कर रही हैं।

केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को रद्द कर दिया था। अर्नब और पार्थ दासगुप्ता की वॉट्सऐप से साफ संकेत मिलता है कि अर्नब को इस बारे में पहले से पता था। 2 अगस्त, 2019 को दासगुप्ता गोस्वामी को चैट करते हैं कि ‘क्या आर्टिकल 370 सच में हटाया जा रहा है?’ जवाब में अर्नब कहते हैं कि मैंने ब्रेकिंग में प्लैटिनम मानक सेट किए हैं, यह स्टोरी हमारी है।

अब इमरान खान ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि बालाकोट हमले के जरिए मोदी सरकार ने चुनावी फायदा उठाया और इलाके को संघर्ष की आग में झोंक दिया। बता दें कि इमरान खान ने साल 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए अपने एक भाषण का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि मोदी सरकार ने बालाकोट का इस्तेमाल अपने घरेलू चुनावी फायदे के लिए किया।  एक भारतीय पत्रकार के चैट खुलासे से मोदी सरकार और भारतीय मीडिया के बीच अपवित्र सांठगांठ का पता चलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कि मोदी सरकार फांसीवादी रवैया अपना रही है और उनकी सरकार इसका खुलासा करती रहेगी।

गौरतलब है कि साल 2019 में 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था, जिसके बाद 26 फरवरी को भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक कर पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को धवस्त कर दिया था। हालांकि, इस चैट में कितनी सच्चाई है, यह तय कोर्ट को करना है।