-MP के 28 जिलों में ‘ऑरेंज अलर्ट’ तथा कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले रेड अलर्ट की चेतावनी
समाचार ऑनलाइन – देशभर के अधिकांश हिस्सों में बारिश से हाहाकार मचा हुआ है. लेकिन कुछ राज्य ऐसे हैं जहां पर बारिश अपना कहर बरपा रही है. नतीजतन अब लोगों का जीना मुहाल हो गया है. बाढ़ के कारण लोगों के घर जलमग्न हो गए हैं, जिसके कारण उनको छत और खाने के लाले पड़ गए हैं. वहीं बारिश की वजह से कई तरह की दुर्घटनाए के मामले भी सामने आ रहे हैं.
Jagmohan Meena, Superintendent Of Police, Malkangiri: Villages Majhiguda & Kenduguda of Khairaput area have been cut off after a portion of a road was washed away due to incessant rain. 5 people, including 2 pregnant women & 2 children were rescued from the area. #Odisha (7.8.19) pic.twitter.com/w3NFvrJHjk
— ANI (@ANI) August 7, 2019
पिछले दिनों से जारी भारी बारिश के चलते कर्नाटक और महाराष्ट्र व राजस्थान सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं. यहाँ के हिस्सें दूसरे इलाकों से कट चुके हैं. लंबे समय से बारिश की बाट जोह रहा मध्यप्रदेश अब भारी बारिश की चपेट में आ सकता है. क्योंकि मौसम विभाग ने मप्र के 28 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
देश की इन जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी…
मप्र में ऑरेंज अलर्ट
इस सूची में मप्र के 28 जिले सबसे पहले आते हैं. मौसम विभाग ने जिन-जिन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, वे इस प्रकार हैं- मेअनूपपुर, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल, कटनी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी, सागर, दमोह, रायसेन, विदिशा, सीहोर, होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, धार, नीमच, मंदसौर, राजगढ़, गुना, श्योपुरकलां और अशोकनगर जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी है.
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में भी रेड अलर्ट
राज्य के दक्षिण कन्नड़ जिले में भी 48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. यहाँ पर मॉनसून की भारी बारिश और तेज हवाएं तांडव कर रही हैं. इसके मद्देनजर गुरुवार को के स्कूल-कॉलेज भी बंद रहेंगे.
देश के इन हिस्सों में बारिश ने मचाया ‘प्रलय’
बारिश की वजह से देश के सर्वाधिक प्रभावित राज्यों और शहरों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, बस्तर (छत्तीसगढ़), केरल, ओडिशा का भुवनेश्वर, गोवा आदि प्रमुख हैं. यहाँ की अधिकतर जगहें बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है. बिजली आपूर्ति व आवागमन ठप हो चुका है. बारिश की वजह से यहाँ पर आवागमन के साथ-साथ बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई हैं. इन सबसे महत्वपूर्ण मेडिकल सेवाओं पर भी बेहद असर पड़ा है. लोगों को प्रशासन और NDRF के टीम द्वारा रेस्क्यू कर, सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है. राजस्थान और ओड़िसा में भी नदियाँ खतरे के निशान से उपर बह रही हैं.
इतना ही नहीं पहाड़ी इलाकों जैसे हिमाचल में बारिश की वजह से लैंडस्लाइड व एक्सीडेंट की घटनाएँ सामने आई हैं.
– महाराष्ट्र के गढचिरौली में 200 गांवों का संपर्क टूट गया था व यहाँ से 400 लोगों की जान बचाई गई.
– IT सिटी पुणे में भारी बारिश ने पिछले दिनों शहर के अधिकांश निचले हिस्सों को बाढ़ की चपेट में ला दिया था. यहाँ लगातार NDRF की टीमों ने सैकड़ो लोगों को रेस्क्यू किया. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्थानीय प्रशासन ने 3-4 दिनों तक स्कूल-कॉलेज बंद की घोषणा की है.
– इसके अलावा कर्नाटक का प्रसिद्ध उडुप्पी मंदिर परिसर में कई फीट तक गहरे पानी में डूब गया है.
– छतीसगढ़ के बस्तर के कई क्षेत्रों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है.
– ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर व मालकानगिरी जिले में बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर रखा हैं. यहाँ के कंधमाल और गंजम जिले भी बाढ़ से त्रस्त हैं. यहाँ के लोगों का बाहरी दुनिया से संपर्क टूट गया है.
उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में सामान्य बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी व आसपास के हिस्सों में तापमान में गिरावट देखी गई है. नतीजतन राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश की प्रबल संभावना हैं. पश्चिमी उप्र के कुछ जिलों में तेज तथा पूर्वी उप्र के कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है. बुधवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.