अवैध खनन घोटाला : पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के यूपी से दिल्ली तक 22 जगहों पर सीबीआई की छापेमारी

अमेठी/नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – गैंगरेप के आरोप में जेल में बंद उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के घर व अन्य ठिकानों पर सीबीआई ने छापे मारे। अवैध खनन घोटाले में केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश तक करीब 22 ठिकानों पर छापेमारी की है।

सीबीआई ने गायत्री प्रजापति के भतीजे से पूछताछ की। इसके अलावा सिंचाई विभाग में घोटाले को लेकर कई जगह सीबीआई ने छापे मारे हैं। सीबीआई टीम ने मीडिया को इस संबंध में कुछ भी बताने से इंकार किया है। बताया जा रहा है कि अवैध खनन मामलों की जांच को लेकर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है। फिलहाल अधिकारी गायत्री के परिजनों से पूछताछ कर रहे हैं।
गायत्री प्रजापति का घर अमेठी के आवास विकास कॉलोनी में है। फिलहाल गायत्री प्रजापति रेप केस में जेल में बन्द हैं।

अगले महीने की 8 तारीख को उनकी जमानत पर सुनवाई होनी है। खनन लीज आवंटन में नियमों में उल्लंघन से जुड़ा है
अधिकारियों ने बताया कि अखिलेश यादव नीत तत्कालीन समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में प्रजापति के पास खनन विभाग की जिम्मेदारी थी। उन्होंने बताया कि मामला राज्य में विभिन्न जिलों में खनन लीज आवंटन में नियमों में उल्लंघन से जुड़ा है।

दरअसल, सीबीआई ने खनन घोटाले लगभग 22 जगहों पर छापेमारी की है, जिसके तहत गायत्री प्रजापति के 3 ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। गायत्री प्रजापति समाजवादी पार्टी सरकार में खनन मंत्री रह चुके हैं। उन पर अवैध खनन के भी आरोप हैं। इसके साथ ही वह महिला के साथ गैंगरेप मामले में भी आरोपी हैं।

मामले में सीबीआई 11 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज कर चुकी है बता दें कि यूपी में अवैध खनन के मामले में सीबीआई 11 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज कर चुकी है। सीबीआई ने हमीरपुर जिले की पूर्व कलेक्टर और आईएएस अधिकारी बी। चंद्रकला, खनिक आदिल खान, भूवैज्ञानिक/खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रमेश कुमार मिश्रा, उनके भाई दिनेश कुमार मिश्रा, राम आश्रय प्रजापति, हमीरपुर के खनन विभाग के पूर्व क्लर्क संजय दीक्षित, उनके पिता सत्यदेव दीक्षित और रामअवतार सिंह के नाम प्राथमिकी में शामिल हैं। संजय दीक्षित ने 2017 विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर लड़ा था।

अपहरण और छेड़छाड़ के मामले में यूपी के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता गायत्री प्रसाद प्रजापति इलाहाबाद हाईकोर्ट में जमानत के लिए गए थे, लेकिन कोर्ट उनकी याचिका खारिज कर चुका है। बुंदेलखंड की रहने वाली पीड़िता का आरोप था कि मौरंग का पट्टा दिलाने के नाम पर गायत्री व उसके साथियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं गायत्री ने उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी दुष्कर्म करने की कोशिश की थी।