बच्चों को बीमारियों से बचाना चाहते हैं तो चांदी के बर्तनों में खिलाएं खाना

मुंबई : ऑनलाइन टीम – प्राचीन समय में लोग आमतौर पर चांदी के बर्तन या केले के पत्तों में भोजन करते थे। चांदी न सिर्फ आभूषण बनाने के काम आती हैं बल्कि ये धातु शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से आपको स्वस्थ बनाए रखते हैं। जन्‍म के बाद ही शिशु को शारीरिक और मानसिक तौर पर स्‍वस्‍थ रखने के ल‍िए मांए बच्‍चों को चांदी के बर्तन में ही खाना और पानी का सेवन करवाती थी। वैसे जो भी बच्चे चांदी के बर्तनों में खाना खाते हैं वह रोगों से दूर रहते हैं।

इसके अलावा हिंदू धर्म में चांदी को बहुत शुभ और पवित्र माना जाता है। चांदी एक ऐसी धातु है जिसमें भोजन करने से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रुप से स्वस्थ रहता है। महिलाएं भी शरीर के कई विकारों को दूर करने के लिए चांदी के आभूषण पहनती हैं। पूजा में भी चांदी के बने कई पात्रों का इस्तेमाल किया जाता है। वैसे तो चांदी के बर्तन में भोजन करना हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन शिशु के जन्म के छह महीने बाद यदि उसे चांदी के बर्तन में खाना और पानी का सेवन कराया जाए तो बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर होता है और बच्चा स्वस्थ एवं रोगों से मुक्त रहता है। चांदी के बर्तन में बच्चों को भोजन खिलाने से पेट दर्द, डायरिया सहित पेट से जुड़ी अन्य बीमारियां दूर हो जाती हैं। आइये जानते हैं बच्चों को चांदी के बर्तन में खाना खिलाने के क्या फायदे होते हैं।

– चांदी का सबसे बड़ा फायदा यह हैं कि यह धातु ठंडे स्‍वभाव का होता है और शरीर को ठंडक देता है। जिस तरह चांदी के ज्वैलरी पहनने से शरीर को ठंडक मिलती है और गुस्सा शांत रहता हैं, उसी तरह चांदी के बर्तन में रखी चीजें खाने से भी शरीर को ठंडक मिलती हैं। गर्मी के मौसम में बच्चों को चांदी के गिलास में दूध पिलाने से या खाना खिलाने से बहुत फायदा मिलता हैं।

– चांदी को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। इसमें एंटी माइक्रोबियल गुण पाया जाता है। चांदी के बर्तन में बच्चों को खाना खिलाने से रोगाणुओं से सुरक्षा मिलती है और शरीर में संक्रमण नहीं होता है।

– कम उम्र से ही बच्चों में मस्तिष्क के विकास के लिए चांदी के बर्तन में खिलाना लाभकारी माना गया है। आप शायद न जानते हों, लेकिन चांदी का अर्क कई आयुर्वेदिक दवाओ में इस्तेमाल किया जाता है। यह न केवल आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि बढ़ती उम्र में मास्तिष्क की शक्ति को बढ़ाने में भी इसके फायदे देखे गए हैं। इसी तरह बच्चों को संपूर्ण रूप से स्वस्थ रखने के लिए चांदी के बर्तनों में खिलाना सबसे अच्छा तरीका है।

– चांदी के गिलास में पानी पीने से सर्दी-जुकाम की समस्या दूर होती है। वहीं इसका इस्तेमाल पित्त बढ़ने की समस्या या पित्त दोष को दूर करने में बेहद असरदार होता है।

– ये बर्तन प्राकृतिक रूप से गैर-विषाक्त यानी नॉन टॉक्सिक होता है इसलिए चांदी के बर्तनों में पानी, दूध या कोई और तरल पदार्थ रखने से उनमें ताजापन आता है। पहले समय में पानी साफ करने के लिए वॉटर फिल्टर नहीं होते थे। ऐसे में लोग पानी को साफ और शुद्द करने के लिए चांदी के बर्तनों में रख देते थे। यहां तक की वाइन को भी खराब होने से बचाने के लिए चांदी के जार में रखा जाता था।

– चांदी में आंखों की रोशनी तेज करने के गुण पाएं जाते हैं। आंखो में किसी प्रकार के संक्रमण से भी राहत मिलती हैं। जब आंखों में गर्मी के वजह से दाना न‍िकल आता है तो लोग उस पर चांदी का आभूषण रगड़ने की सलाह देते हैं।