नहीं मिली दुल्हन, तो शादी कराने वाले को चलती गाड़ी से फेंक दिया  

ऑनलाइन टीम. भोपाल : पारंपरिक शादियों की बात पुरानी होती जा रही है। फटाफट शादी पर जोर है। कोरोनाकाल में इसे और बढ़ावा मिला है, लेकिन अभी भी कई स्थानों पर शादियों को लेकर अजीबोगरीब किस्से सुनने को मिलते हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश में भोपाल के पास बैरसिया के सरकंडी और पिपरिया हसनाबाद गांव के बीच का है। एक युवक की शादी तय हुई। युवक के परिजनों को इसके लिए करीब 2 लाख रुपए खर्च करने पड़े। यह रकम बिचैलिये ने ऐंठ लिए थे। बहरहाल शादी की ताऱीख नजदीक आ गई।

पुलिस के अनुसार,  एहमदपुर का रहने वाला देवकरण मेहर 6 मई को अपनी बारात लेकर सागर गया था। जब वो बारात स्थल पर पहुंचा तो यह देखकर दंग रह गया कि वहां कोई उनकी आगवानी के लिए है ही नहीं। न तो दुल्हन के परिजन मिले और न ही दुल्हन मिली।  दूल्हा और उसके परिवार वाले बेहद नाराज हो गए। उन्होंने एक दिन वहीं इंतजार किया। आसपास के लोगों से बातचीत की, लेकिन पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई। अंतत: अगले दिन 7 मई को  देवकरण ने बारात वापस ले जाने का फैसला लिया। पर वह आग-बबूला था। शादी करवाने वाले व्यक्ति जगदीश मेहर और उसके साथी हेमराज मेहर से उसका खूब विवाद हुआ। बात इतनी बढ़ी कि गुस्से में उसने दोनों को चलती जीप से बाहर फेंक दिया। इस हादसे में जगदीश की मौत हो गई, जबकि हेमराज मेहर घायल हो गया।

पुलिस ने घायल हेमराज मेहर की शिकायत पर दो दिन बाद 9 मई को मामला दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी दूल्हे देवकरण मेहर और उसके साथी मंगीलाल मेहर, चिरोंजीलाल और रामप्रसाद मेहर पर हत्या और हत्या का प्रयास का मामला दर्ज कर उनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दो आरोपी फरार हैं जिसकी पुलिस तालाश कर रही है।