नई दिल्ली : समाचार ऑनलाईन – आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के फाइनल में रविवार को सुपर ओवर में टाई होने के बाद बॉउंड्री क आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया । लेकिन इसके बाद कई दिग्गज खिलाड़ियों ने आईसीसी के इस नियम पर सवाल खड़े किये है । पूर्व खिलाड़ियों की तरफ से इस नियम में बदलाव करने की बड़े पैमाने पर मांग होने लगी है।
पूर्व खिलाड़ियों के साथ खेल प्रेमियों ने इस नियम पर सवाल खड़े किये
बॉउंड्री के आधार पर इंग्लैंड को विजयी घोषित किये व`जाने के बाद पूर्व खिलाड़ियों के साथ खेल प्रेमियों ने इस नियम पर सवाल खड़े किये है । न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी स्कॉट सटायेरिस ने इस मैच के बाद ट्वीट किया और लिखा, बहुत शानदार , आईसीसी केवल अब एक मजा के रूम में शेष बव\ची है। ऐसे में जिस तरह से इंग्लैंड को विजयी घोषित इससे खुश नहीं हूं।
पूर्व कप्तान ने निर्दयी बताया
इसके अलावा न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग ने भी ट्वीट किया है । उन्होंने लिखा यह निर्दयी है। इसके बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर और वर्तमान सांसद गौतम गंभीर ने भी ट्वीट करके आईसीसी पर निशाना साधा है । उन्होंने ट्वीट करके लिखा, यह कौन सा नियम है. बॉउंड्री के आधार पर टीम को विजेता घोषित किया जाता है । इस मैच को टाई घोषित करना चाहिए था । पूर्व खिलाड़ियों की तरह आम क्रिकेट प्रेमियों ने भी इस नियम की आलोचना की है । एक फैंस ने लखा है, 102 ओवर के मैच के बाद अगर टीम को बॉउंड्री के आधार पर विजेता घोषित किया जाता है तो क्या फायदा। इसके साथ ही कई लोगों ने आईसीसी की जमकर आलोचना की है ।
यह है आईसीसी का नियम
आईसीसी के नए नियम के मुताबिक अगर मैच टाई होता है तो सुपर ओवर से इस मैच फैसला होगा। अगर सुपर ओवर भी टाई होता है तो जिस टीम ने सबसे ज्यादा बॉउंड्री और छक्के लगाई होगी उस टीम क विजेता घोषित कर दिया जाएगा। इसी आधार पर रविवार को खेले गए फाइनल मैच में इंग्लैंड टीम को विजेता घोषित कर दिया गया । इंग्लैंड न अपनी पारी में 26 बॉउंड्री लगाई थी जबकि न्यूजीलैंड टीम ने 17 बॉउंड्री लगाई थी । इस गणित के आधार पर इंग्लैंड को विजता घोषित किया गया।