मेरे पास किसी भी प्रकार की डिग्री नहीं

 पुणे : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि शिक्षा के लिए डिग्री लगती है लेकिन कला को कोई भी डिग्री नहीं लगती। मेरे पास किसी भी प्रकार की डिग्री नहीं है।

झील इन्स्टीट्यूट पुणे और कार्टूनिस्ट कंबाईन के संयुक्त तत्वावधान से स्कूली छात्रों के लिए इंक अलाइव नामक व्यंगचित्र कार्यशाला का आयोजन किया गया था जिसका उद्घटन व्यंगचित्रकार मनसे अध्यक्ष ठाकरे ने किया। इस समय वरिष्ठ व्यंगचित्रकार शि. द. फडणीस, व्यंगचित्रकार चारूहास पंडित, जयेश काटकर उपस्थित थे।

इस समय ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार जब चित्रकला यह विषय वैकल्पिक तौर पर रखती है तब ऐसी संस्थाएं निर्माण होनी चाहिए। इस से छात्र तैयार होने को मदद होगी। हर एक व्यक्ति में एक अलग कला होती है। फिर वह चित्रकला ही हो यह जरूरी नहीं। खुद में होनेवाली कला का जतन किया जाना चाहिए। शिक्षा को डिग्री लगती है है लेकिन कला को किसी भी प्रकार की डिग्री नहीं लगती। मेरे बारे में बताना हो तो मुझे राजनीतिक व्यंगचित्र सीखना था। इसलिए मैं ने आधे से ही शिक्षा छोड़ी और जे. जे. स्कूल ऑफ आर्ट्स में व्यंगचित्र सीखा। इसलिए मेरे पास किसी भी प्रकार की डिग्री नहीं है और मुझे अभी तक किसी ने डिग्री के बारे में पूछा भी नहीं। चित्रकला कभी मृत नहीं होगी। इसलिए शिक्षक छात्रों में होनेवाली कला समझें और उस कला को बढ़ावा देने के लिए प्रयास भी करें।

और सभी हसने लगे

अपने भाषण के दौरान ठाकरे ने मंच पर विराजमान व्यंगचित्रकार संजय मिस्त्री की ओर देखा और पूछा कि पार्टी में आते हो क्या ? यह सुनने के बाद सभी हसने लगे।