मैं ईडी-फिडी से नहीं डरता, ईडी मतलब हमारे लिए रिक्शा चालक! : भाजपा सांसद गिरीश बापट

पुणे : ऑनलाइन टीम – पुणे में रिक्शा चालकों को दिए जाने वाले आर्थिक मदद न मिलने पर आंदोलन किया गया। इस दौरान सांसद गिरीश बापट के पीछे एक आंदोलनकर्ता बैठे थे। उनके नाम का शार्ट फॉर्म ”ईडी” था। इस संदर्भ में एक ने कहा कि बापट साहेब, आपके पीछे ‘ईडी’ बैठा हुआ है। यह सुनते ही गिरीश बापट ने कहा कि ऐसे ईडी फिडी से नहीं डरता।

दरअसल राज्य सरकार ने कर्फ्यू की पृष्ठभूमि में ऑटो-रिक्शा चालकों को 1500 रुपए अनुदान देने की घोषणा की थी। उन्होंने इसे बैंक खाते में जमा करने की भी घोषणा की थी। लेकिन, दो माह बाद भी उन्हें अनुदान नहीं मिला है। ऐसे में रिक्शा चालकों के लिए समय कठिन हो रहा है। सरकार को रिक्शा चालकों को तुरंत सब्सिडी देनी चाहिए। इस मांग को लेकर सांसद गिरीश बापट ने पुणे आरटीओ कार्यालय के सामने धरना दिया। वहां मौजूद सभी कार्यकर्ता हाथों में खाली थाली और कटोरी लेकर वहां मौजूद थे। साथ ही सरकार के खिलाफ धरना भी दिए।

इस दौरान सांसद बापट ने कहा कि आज तक कई आंदोलन कर चूका है। “ईडी-फिडी से मैं नहीं डरता, और ईडी को मेरे पास आकर क्या मिलेगा? क्योंकि हमारी जेबें छोले से भरी हैं और हमारे लिए ईडी मतलब रिक्षा चालक है। बता दें कि राज्य सरकार ने रिक्शा चालकों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 1,500 रुपये के अनुदान की घोषणा की। हालांकि अभी तक रिक्शा चालकों को इस सरकारी सब्सिडी का एक रुपया भी नहीं मिला है। सरकार ने राज्य में रिक्शा चालकों की मदद के लिए 180 करोड़ रुपये की राशि परिवहन विभाग को सौंप दी है। लेकिन अब तक किसी को कुछ नहीं मिला है। बापट ने कहा कि वे इस देरी को जल्द से जल्द दूर करने और प्रशासन को जगाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।

इस अवसर पर स्वरदा बापट, महाराष्ट्र रिक्षा पंचायत के बाबा कांबळे, रिक्षा फेडरेशन के बापू भावे, परिवहन सेना के एकनाथ ढोले, सावकाश रिक्षा संघटन के प्रतिनिधी व अन्य रिक्शा चालक उपस्थित थे।