समाचार ऑनलाइन– पुलिस ने आज सुबह हैदराबाद के ‘दिशा’ बलात्कार और हत्या मामले में चार आरोपियों को मार गिराया है. इसके बाद देश में ख़ुशी की लहर है. हर स्तर से तरह-तरह की प्रतिक्रियाए सामने आ रही है. कइयों ने इस एनकाउंटर पर उंगलियाँ उठाई हैं. इनमें वंचित नेता प्रकाश अंबेडकर, शिवसेना नेता डॉ. नीलम गोरहे, मेनका गाँधी, पी. चिदंबर और विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम का नाम शामिल है. यह सभी नेता मामले की गहन जांच करने के पक्ष हैं. वहीं उज्ज्वल निकम ने भी मुठभेड़ को लेकर संदेह व्यक्त किया है.
उज्जवल निकम का कहना है कि, हैदराबाद के बलात्कार और हत्या के आरोपियों को पुलिस मुठभेड़ में यूं मारा जाना कानून के अनुसार नहीं है. त्वरित न्याय मिलने के बाद आनन्दित होना स्वाभाविक है। लेकिन ऐसा जस्टिस चंबल के लुटेरे करते थे। लेकिन अंत में, वह डाकू ही थे. निकम ने हैदराबाद पुलिस की कार्रवाई पर संदेह जताते हुए कहा कि, आरोपियों के हाथों में हथकड़ी थी, तो फिर वे पुलिस से हथियार कैसे छीन सकते हैं?