प्रेमी और बेटों से कराई पति की हत्या, फिर रचा हादसे का ड्रामा

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – प्रेम संबन्ध की आड़ में आ रहे पति को अपने प्रेमी और बेटों की सहायता से रास्ते से हटाकर उसकी हत्या को हादसे का रूप देनेवाली पत्नी का भंडाफोड़ हो गया है। पिंपरी चिंचवड पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट 5 की टीम ने इस वारदात को उजागर करते हुए पत्नी, उसके प्रेमी और एक बेटे को गिरफ्तार किया है और एक किशोर उम्र के दूसरे बेटे को हिरासत में लिया है। पति कुष्ठरोगी था उसके चलते खुद और बच्चों को भी कुष्ठरोग हो जाएगा ऐसी पत्नी की धारणा थी। इसके अलावा पति के उपचार में पैसे भी अपर्याप्त साबित हो रहे थे। पति के हत्या की यह वजहें बताई गई है।
दामोदर तुकाराम फालके (47, निवासी गजानन सोसाईटी साईनगर, गहुंजे, मावल, पुणे) ऐसा मृतक का नाम है। उनकी पत्नी के प्रेमी और बेटों ने गाड़ी चलाकर और जैक से सिर पर मारकर उनकी हत्या कर दी और इस वारदात को हादसे का रूप देने की कोशिश की। हालांकि पुलिस की नजरों से उनकी चालाकी छिप न सकी और पुलिस ने उन पर शिकंजा कस ही लिया। इस मामले में पुलिस ने फालके की पत्नी दामिनी दामोदर फालके, उसका प्रेमी राजेश सुरेश कुरुप (45, निवासी प्लॉट क्र 14, गजानन सोसाईटी, साईनगर, गहुंजे, पुणे और गंगा सेटेलाईट सोसायटी, ए.-5-10 वानवडी, पुणे), दामिनी का पुत्र वेदांत दामोदर फालके (18, निवासी गहुंजे, मावल, पुणे) को गिरफ्तार किया है। वहीं उसके किशोर उम्र के दूसरे पुत्र को हिरासत में लिया गया है।
क्या है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक, दामोदर फालके की पत्नी दामिनी और राजेश कुरुप के बीच करीबन 12 साल से प्रेम संबंध है। राजेश ट्रान्सपोर्ट व्यवसायी है, दामिनी एक छोटा सा होटल चलाती है जबकि दामोदर मारुंजी की एक निजी कंपनी में नौकरी करता था। 23 नवंबर की रात 11 बजे मामुर्डी की गोदरेज कंपनी के पास एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड पर गाड़ी से गिरकर हादसा हो गया जिसमें उनकी मौत हो गई। उनके बेटे वेदांत फालके ने इस हादसे की खबर दी थी। पुलिस को इसमें शक था इसलिए दामोदर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट रोकी गई। इस रिपोर्ट में दामोदर की मौत हादसे में नहीं हुई, ऐसा स्पष्ट हुआ। घरेलू विवाद में यह हत्या हुई है, यह शक होने पर पुलिस ने राजेश कुरुप, वेदांत फालके और दामोदर के दूसरे पुत्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की। कड़ाई से पूछताछ करने पर राजेश ने स्वीकार किया कि दामिनी के साथ प्रेम संबंधों के चलते दामोदर को रास्ते से हटाने के लिए यह साजिश रची।
कैसे दिया वारदात को अंजाम
22 नवंबर को दामिनी और उसके दोनों पुत्र मारुंजी में अपने होटल में ही रुक गए। रात 11 बजे दामोदर वहां आये, इसके बाद छोटा बेटा और दामिनी एक व वेदांत व दामोदर अलग- अलग गाड़ियों से घर जाने निकले। दामिनी और वेदांत फोन पर राजेश को कब निकले, कहाँ तक पहुँचे आदि जानकारी देते रहे। गोदरेज कंपनी के टर्न पर राजेश की चार पहिया गाड़ी ने दामोदर की गाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी। इसमें मामूली चोटें आने से दामिनी के बुलाने पर राजेश पुनः वहां आया और गाड़ी में जैक निकालकर दामोदर के सिर पर मार दिया। दोनों के बीच झटापट होने के दौरान वेदांत ने दामोदर के सिर पर पत्थर मार दिया। जब वह नीचे गिर गए तब उसने दोबारा पत्थर से उनपर हमला किया। जब तस्सली हो गई कि उनकी मौत हो गई है तब ये सभी घर चले गए। घर जाने के बाद दामिनी अपने बच्चों के साथ दामोदर की कंपनी में गई और वहां से उन्हें खोजने का ड्रामा शुरू किया। इसके बाद घर लौट आये और वेदान्त एक पड़ोसी के साथ खोजने के बहाने से वहां पहुंचा जहां उन्होंने दामोदर को जान से मारा था। इसके बाद अपनी मां और तलेगांव दाभाड़े पुलिस को हादसे की जानकारी दी।