झारखंड में इंसानियत शर्मसार…एक तरफ गैंगरेप, तो दूसरी तरफ विधवा को निर्वस्त्र कर गांव से निकाला

जमशेदपुर. ऑनलाइन टीम : झारखंड के कस्बाई इलाकों में हुई दो वारदातों ने इंसानियमत को शर्मसार कर दिया है। एक तरफ जहां गैंगरेप को अंजाम दिया गया, वहीं एक विधवा को निर्वस्त्र कर गांव से बाहर निकाल दिया।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दुमका मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एक  महिला अपने पति के साथ मंगलवार को सामान खरीदने साप्ताहिक हाट गयी थी। वह 5 बच्चों की मां है। पति ने बताया कि उसी गांव में मेला का भी आयोजन किया गया था।  खरीददारी कर करीब 8 बजे बाजार से घर लौट रहा था, तभी रास्ते में नशे में धुत करीब 17 लड़के खड़े थे। उनमें से पांच लड़कों ने उसे पकड़ा और बाकी लड़के पत्नी को उठाकर झाड़ियों की तरफ ले गये।

जहां दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।  बुधवार की सुबह पीड़िता ने पति के साथ थाने पहुंचकर घटना की जानकारी पुलिस को दी। उपमहानिरीक्षक सुदर्शन प्रसाद मंडल ने बताया कि संलिप्त आरोपियों की पहचान की जा रही है। पीड़िता का मेडिकल कराया गया है। मेडिकल जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। महिला ने पुलिस को दिए बयान में घटना में 17 आरोपियों के संलिप्त होने की बात बतायी है, जिसमें से एक आरोपी को वो पहचानती है, जो उसी के गांव का रहने वाला बताया जाता है।

दूसरी घटना, सरायकेला खरसावां जिले में चौका थाना इलाके का है। एक विधवा महिला को गांव के 10 दबंगों ने न सिर्फ निर्वस्त्र कर दिया बल्कि उसे गांव से निकाले जाने का फरमान तक जारी कर दिया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एक महिला के साथ यह दरिंदगी हुई। उसने पुलिस को बताया कि ओलीबा कुसुम टोपनो, सिसिला पूर्ति और एंजेला टोपनो नामक तीन महिलाएं उसे आंगनबाड़ी से हटाकर अपनी पसंद की किसी महिला को वहां रखवाना चाहती थीं।

काफी दबाव दिया, लेकिन मैं अपने काम में लगी रही, इसलिए कि जीने का यह एकमात्र साधन है। इन महिलाओं को यह नागवार गुजरा। एक दिन तीनों आरोपी महिलाएं उसके घर पहुंची और मार-पीट करने लगीं। इसके बाद लगभग 50 मीटर तक घसीटा और उसे गांव में मौजूद उन 10 लोगों को सौंप दिया, जिन्होंने उस पर चरित्रहीन होने का आरोप लगाया था। सभी ने  मारपीट की, कपड़े फाड़ दिए और तुरंत गांव छोड़ने को कहा। इस घटना के बाद डर से वह  अपने 14 साल के बेटे के साथ  खूंटी जिले में अपनी मां के घर चली आई। बाद में परिवार के समझाने के बाद ही उसने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने महिला को उसकी चोटों के शुरुआती इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया और बाद में उसके परिजन उसे रांची के संतविता अस्पताल ले गए।