शिवसेना ने ठोंका भोसरी विधानसभा क्षेत्र पर दावा

पुणे : समाचार ऑनलाईन – भाजपा के सहयोगी विधायक महेश लांडगे जिस विधानसभा चुनाव क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, उस भोसरी विधानसभा क्षेत्र पर शिवसेना ने अपना दावा ठोंक दिया है। सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में शिवसेना के भूतपूर्व सांसद शिवाजीराव आढलराव पाटिल ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि, भोसरी विधानसभा की सीट पहले से ही शिवसेना के पास थी। शिरूर लोकसभा की सीट भले ही हम हारे हों लेकिन भोसरी में हमारी ताकत और बढ़ गई है। शिवसेना का दावा विधायक महेश लांडगे के लिए चुनौती मानी जाय? इस सवाल के जवाब में आढलराव ने लांडगे को ही शिवसेना में शामिल होने का न्यौता दे दिया। यह भी स्पष्ट किया कि उनको लेकर हमारा विरोध बिल्कुल नहीं है।

आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना कि युति होना तय है। मगर हमारा भोसरी विधानसभा पर दावा कायम रहेगा। शिरुर लोकसभा चुनाव क्षेत्र में शिवसेना की हार हुई लेकिन हमारी ताकत कायम है। भोसरी विधानसभा के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलेंगे और यहां के शिवसैनिकों की भावनाओं से उन्हें अवगत कराएंगे। शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र में शामिल भोसरी, शिरुर-हवेली और हडपसर विधानसभा की सीटें शिवसेना के पास ही रहेंगी, यह भी आढलराव ने स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि कल मुंबई में मातोश्री पर पश्चिम महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव क्षेत्रों के इच्छुक शिवसैनिकों के साक्षात्कार होने जा रहे हैं। इसमें शिरुर लोकसभा के अंतर्गत आनेवाली भोसरी, हडपसर, जून्नर-आंबेगांव और शिरुर-हवेली विधानसभा की सीटों की मांग की जाएगी।

भोसरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र शिवसेना का पारंपरिक चुनाव क्षेत्र है। युति होगी ही फिर भी इस चुनाव क्षेत्र पर शिवसेना का दावा कायम रहेगा। इस सीट से मजदूर नेता इरफान सय्यद, भूतपूर्व नगरसेवक धनंजय आल्हाट ये दो तगड़े प्रत्याशी हैं। यह सीट शिवसेना को ही मिले इसकी मांग हम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से करेंगे। राज्य में भाजपा- शिवसेना युति की सरकार ही कायम रहेगी, यह विश्वास जताते हुए आढलराव ने शिवसेना में विपक्षी दलों के नेताओं के शामिल होने की चर्चाओं को निरर्थक बताया। उन्होंने कहा कि, चुनाव करीब आये तो इस तरह की चर्चा होती ही है। गत 15 सालों में ऐसी कितनी चर्चाएं हुई हैं। इस संवाददाता सम्मेलन में शिवसेना विधायक सुरेश गोऱ्हे, उपजिलाप्रमुख निलेश मुटके, वरिष्ठ नेता सुलभा उबाले, मजदूर नेता इरफान सय्यद, पूर्व नगरसेवक धनंजय आल्हाट, उपशहरप्रमुख नेताजी काशिद, आबा लांडगे आदि उपस्थित थे।