पुलिस का काम जानने के लिए गृह मंत्री ने एक व्यक्ति को लगाया फोन; लेकिन वो निकला राष्ट्रवादी का कार्यकर्ता

पुणे: ऑनलाइन टीम- कोई सेवा देने के बाद उसका फीडबैक लेने के लिए के लिए कंपनी के कर्मचारियों द्वारा कॉल किया जाता है, इसका अनुभव कई लोगों को होगा ही, लेकिन पुलिस जनता के साथ किस तरह से व्यवहार करती है, उन्हे उत्तम सेवा देती है क्या? ये जानने के लिए गृह मंत्री ने एक व्यक्ति को फोन किया। उससे जानने की कोशिश की कि पुलिस किस तरह का व्यवहार करती है। उस व्यक्ति ने कहा कि पुलिस बहुत अच्छा काम करती है।

लेकिन वो राष्ट्रवादी का कार्यकर्ता निकला। अपने पद के बारे में बताने पर आपके साथ पुलिस अच्छा व्यवहार करती है क्या? ऐसे सवाल गृहमंत्री ने पूछे।

गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने पुणे पुलिस का काम जानने के लिए कुछ विभागों का दौरा किया। उनके साथ पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता, पुलिस सह आयुक्त रवींद्र शिसवे, अप्पर पुलिस आयुक्त अशोक मोराले आदि पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

सेवा प्रणाली कार्यालय के समन्वयक कर्मचारी पूजा भगत ने एक आवेदक को फोन किया। गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल आपसे बात करना चाहते हैं, ऐसा आवेदक से कहा।

कोई व्यक्ति पुलिस आयुक्तालय से संपर्क करता है तो उसे उचित तरीके से सेवा और मदद दी जाती है क्या? वो संतोषजनक होता है क्या? इसकी जांच करने के लिए वलसे पाटिल ने एक व्यक्ति को फोन किया। रमेश राऊत उसका नाम था। पुलिस वेरिफिकेशन के लिए मुंढवा पुलिस थाने गया था। पुलिस ने बहुत अच्छे से सेवा दी, ऐसा सुनते ही गृहमंत्री ने पूछा कि आपके पद को देखते हुए आपके साथ अच्छा व्यवहार किया क्या? इस पर कार्यकर्ता हंसने लगा।

पुणे में कानून व्यवस्था की स्थिति कैसी है, ये जानने के साथ ही उस संबंध में चर्चा करने के लिए आज पुलिस आयुक्तालय आया हूँ। पुलिस जनता के साथ किस तरह का व्यवहार करती है ये जानने के लिए एक व्यक्ति को कंट्रोल रूम से फोन किया तो उसने पुलिस के अच्छे व्यवहार के बारे में बताया।