गृह मंत्री अनिल देशमुख का मुंबई पुलिस को निर्देश, धनंजय मुंडे बलात्कार मामले में एक सप्ताह के अंदर जांच पूरी करें

मुंबई: ऑनलाइन टीम – पिछले 3 दिनों से सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे पर लगे बलात्कार के आरोपों की वजह से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल से आया हुआ था। इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने आखिरकार मौन तोड़ते हुए बोला है कि कानून से बड़ा कोई नहीं है। कानून किसी से भी भेदभाव नहीं करेगा। जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। कानून के सामने ना कोई मंत्री बड़ा है और ना कोई संत्री। कानून के सामने सब समान हैं। फिलहाल धनंजय मुंडे पर लगे आरोपों की जांच शुरू है। इसमें जो कुछ भी निकलेगा उसके हिसाब से कानूनी कार्यवाई की जाएगी।

इससे पहले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि जांच पूरी होने के बाद फैसला लिया जाएगा। इस बीच राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस को एक सप्ताह के भीतर जांच पूरी करने का निर्देश दिया है। इधर पीड़िता के वकील ने धनंजय मुंडे पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने पीडिता के भाई और बहन को धमकी देते हुए कहा है कि अगर शिकायत वापस नहीं लिया तो पूरे परिवार को एक्सटॉर्शन के केस में जेल भिजवा दूंगा। तुम लोगों को मेरी ताकत का अंदाजा नहीं है।

धनंजय मुंडे ने भी सोशल मीडिया पर अपनी सफाई पेश करते हुए कहा है कि मुझे बदनाम और ब्लैकमेल करने की साजिश की जा रही है। मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप गलत और झूठे हैं। मुंडे ने कहा कि पत्नी के अलावा एक दूसरी महिला के साथ 2003 से मेरे संबंध थे। यह बात मेरे परिवार पत्नी और मित्र परिवार को पता थी। सहमति के आधार पर बने इन संबंधों से मुझे एक लड़का और एक लड़की भी कोई है। इन दोनों बच्चों को मैंने अपना नाम भी दिया है। स्कूल में एडमिशन से लेकर सभी दस्तावेजों में पिता के तौर पर मेरा नाम है। यह बच्चे मेरे साथ ही रहते हैं मेरे परिवार में पत्नी और मेरे बच्चों ने इन बच्चों को भी परिवार के सदस्य के रूप में स्वीकार किया है।