‘E – Ticket’  से कमाता था करोड़ों रुपए , टेरर फाइनेंसिंग से ‘कनेक्शन’,NIA की जांच शुरू

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – आरपीएफ ने देश के कई शहरों में छापेमारी कर ई-टिकट में दलालों के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. इस मामले में अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अब जांच में इसके तार टेरर फंडिंग से जुड़ते नज़र आ रहे है. बताया जा रहा है कि इस धंधे से हर महीने 10 से 15 करोड़ रुपए कमा लेते थे जिसे बिट कॉइन में बदल देते थे. 
 मिली जानकारी के अनुसार 10 दिन पहले बेंगलुरु से गुलाम मुस्तफा नाम के व्यक्ति की गिरफ़्तारी हुई है. वह   ई-टिकट बनाने और और कन्फर्म करने वाले सॉफ्टवेयर बेचता था.  मुस्तफा के लेपटॉप की जांच में इसके तार पाकिस्तान, बांग्लादेश, मिडिल ईस्ट और नेपाल से जुड़े है. अब मुस्तफा के टेरर  की जांच एजेंसियां कर रही है.
हामिद अशरफ है मास्टरमाइंड 
मुस्तफा इस रैकेट के मास्टरमाइंड हामिद अशरफ से संपर्क में आया और इस गोरखधंदे से जुड़ गया. हामिद को सीबीआई ने 2016 में ई-टिकट के सॉफ्टवेयर बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था. बेल  मिलने के बाद वह दुबई  फरार हो गया. वह 2019 में गोंडा के एक स्कूल में बम धमाके का भी आरोपी है.
पाकिस्तान के नंबरों से था संपर्क में 
गुलाम मुस्तफा से आईबी, एनआईए की टीमें पूछताछ कर रही है. आरपीएफ के अनुसार गुलाम मुस्तफा पाकिस्तान के तबलीग-ए-जमात को फॉलो करता है. उसके लैपटॉप और मोबाइल फोन से पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल और मिडिल ईस्ट के कई नंबर मिले है, जिससे वह लगातार संपर्क में था.