ग्रेटा थनबर्ग आने वाली है भारत? किसानों पर बोलने के लिए महाराष्ट्र की संस्था ने भेजा निमंत्रण

मुंबई : ऑनलाइन टीम – स्वीडन की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग इन दिनों काफी सुर्खियों में बनी हुई है। किसानों के मुद्दों पर ट्वीट करने के बाद ग्रेटा काफी पॉपुलर हो गयी है। सोशल मीडिया पर वहीं छायी हुई है। ट्विटर पर भी ट्रेंड हो चुकी है। इस बीच क्या ग्रेटा भारत आने वाली है? दरअसल उसे भारत से निमंत्रण भेजा गया है। किसान आंदोलनकारियों के समर्थन में ट्वीट करके चर्चा में आई पर्यावरणवादी ग्रेटा थर्नबर्ग को निमंत्रण ‘विरोधी साहित्य सम्मेलन संस्था’ से जुड़े आयोजकों ने भेजा है।

इस संस्था का कार्य क्षेत्र महाराष्ट्र है। इनके आयोजकों के अनुसार एक दूसरी संस्था भी है जो साहित्य की सेवा करती है, उस पर सरकार मेहरबान रहती है। इस प्रतिस्पर्धी संस्था का नाम ‘मराठी साहित्य सम्मेलन’ है। इसे सरकार ने 50 लाख रुपए का अनुदान दिया है। लेकिन, इस संस्था को सरकार ने फूटी कौड़ी भी नहीं थमाई। ‘विरोधी साहित्य सम्मेलन’ विरोधी भूमिका में है। कृषि कानूनों का विरोध कर रही है और किसान आंदोलन का समर्थन कर रही है।

आयोजक राजू देसले का कहना है ग्रेटा ने किसानों की मांगों का समर्थन किया है। इसलिए उन्हें किसानों के बारे में अपनी राय व्यक्त करने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। उनका कहना है कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन करने वाले लोगों को न्योता भेजा गया है। ग्रेटा थनबर्ग भी उन्हीं में से एक हैं इसलिए उन्हे भी निमंत्रण दिया गया है।