खुशखबरी! जुलाई में बच्चों की वैक्सीन ‘नोवावैक्स’ का परीक्षण कर सकती है सीरम इंस्टीट्यूट

पुणे: ऑनलाइन टीम- ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन का भारत में एस्ट्राजेनेका के सहयोग से तैयार कर रही पुणे स्थित देश की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट की योजना अब नोवावैक्स वैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल करने की है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि जुलाई के महीने में सीरम इंस्टीट्यूट नोवावैक्स वैक्सीन का बच्चों के ऊपर परीक्षण कर सकती है।

 इसके साथ ही, एएनआई ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट देश में सितंबर तक अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स की कोरोना वैक्सीन के आने की उम्मीद कर रही है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 के खिलाफ नोवावैक्स वैक्सीन की प्रभावशीलता के आंकड़े आशाजनक और उत्साहवर्धक हैं तथा इसके नैदानिक परीक्षण भारत में पूर्ण होने के एडवांस्ड स्टेज में हैं।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़े यह संकेत भी देते हैं कि नोवावैक्स टीका सुरक्षित है और बेहद प्रभावी है। उन्होंने कहा था, लेकिन जो तथ्य आज के लिए इस टीके को प्रभावी बनाता है वह यह कि टीके का उत्पादन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जाएगा।  सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा तैयारी का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है और वे व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त बनाने के लिये परीक्षण कर रहे हैं जो पूर्ण होने के एडवांस्ड स्टेज में है।