Good News: ऑक्सीजन की मांग में आई गिरावट, आपूर्ति बढ़ी; मरीज हुए कम

पुणे: शहर में कोरोना मरीज़ों की संख्या में बढ़ोतरी होने के कारण ऑक्सीजन का अभाव हो गया था। अप्रैल महीने में ऑक्सीजन की बहुत बड़ी समस्या मुंह बाए खड़ी थी। परंतु मई महीने के तीसरे सप्ताह से मरीजों की संख्या में गिरावट शुरू हो गई, जिससे ऑक्सीजन की मांग कम हो गई। ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ी और मांग में 50 प्रतिशत की कमी आई। कोरोना काल में 250 मीट्रिक टन तक मांग बढ गई थी जो अब बहुत ही कम हो गई है।  यह जानकारी सहायक स्वास्थ्य प्रमुख डॉ. संजय वावरे ने दी।

अप्रैल महीने में मनपा की 40 टन की मांग थी। यह मांग बढ़ कर 51 टन पर पहुंच गई थी। एक ओर बेड की संख्या बढ़ाई गई थी तो दूसरी ओर ऑक्सीजन आपूर्ति सुचारू न होने से चिंता बढ़ गई थी। मनपा के 8 कोविड अस्पताल हैं। नायडू अस्पताल को 7 टन, दलवी अस्पताल को 9 टन, शिवाजीनगर जम्बो कोविड सेंटर को 16 टन, बाणेर कोविड सेंटर को 11 टन, ईएसआईसी अस्पताल बिबवेवाडी को 3 टन, खेडेकर अस्पताल को 1 टन और लायगुडे अस्पताल को 1 टन के साथ अन्य सुविधा को ध्यान में रखते हुए लगभग 50 टन ऑक्सीजन लगता था।

वहीं प्राइवेट अस्पताल को 150 मेट्रिक टन ऑक्सीजन लगता था।

ऑक्सीजन की कमी होने पर जिलाधिकारी को सरकार ने नोडल ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया। जिलाधिकारी और मनपा आयुक्त ने ऑक्सीजन आपूर्ति में समन्वय रखने के लिए स्वतंत्र टीम नियुक्त की थी। इस बीच मनपा ने अब तक तीन ऑक्सीजन प्लांट निर्मित किए हैं। वहीं और 5 प्लांट के निर्माण किए जाएंगे। मनपा के मुरलीधर लायगुडे दवाखाना, दलवी अस्पताल, नायडू अस्पताल और बाणेर जम्बो कोविड सेंटर में पहले राउंड में प्लांट बनाए गए हैं। इसमें लायगुडे, दलवी और नायडू में प्लांट शुरू हुए हैं। वहीं बाणेर के प्लांट का काम जल्द शुरू होगा। वहीं खेडेकर, बाणेर, वारजे, नायडू और इंदिरानगर के अस्पताल में ही और 6 प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं।