खुशखबरी! अप्रैल से मेट्रो ट्रेन में यात्रा कर सकेंगे नागरिक : डॉ. ब्रिजेश दीक्षित

पुणे , 31 दिसंबर – पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ के नागरीक जिसका इंतजार कर रहे है, उस मेट्रो की पहली ट्रेन पटरियों पर दौड़ने के लिए तैयार हो गई है. अगले कुछ दिनों में मेट्रो का ट्रायल रन शुरू किया जाएगा. मार्च आखिर तक चलने वाले इस ट्रायल रन में सभी प्रकार की जांच और सुरक्षा संबंधी जानकारी ली जाएगी. उसके बाद अप्रैल में नागरिक प्रत्यक्ष में मेट्रो ट्रेन की यात्रा कर1 सकेंगे. महामेट्रो द्वारा 30 महीनों की रिकॉर्ड अवधि में मेट्रो ट्रेन प्रत्यक्ष चलाने हेतु तैयार की है. यह जानकारी महामेट्रो के एमडी डॉ. ब्रिजेश दीक्षित ने दी.

नागपुर से पुणे में दाखिल हुई पुणे मेट्रो की पहली ट्रेन का उद्घाटन महामेट्रो के एमडी डॉ. ब्रिजेश दीक्षित के हाथों मंगलवार को संत तुकाराम नगर मेट्रो स्टेशन में हुआ. इस वक्त पत्रकार-वार्ता में डॉ. ब्रिजेश दीक्षित ने कहा कि पिंपरी-चिंचवड़ से स्वारगेट रूट पर संत तुकारामनगर से फुगेवाड़ी रूट पर मेट्रो का ट्रायल रन होगा. संत तुकाराम नगर, कासारवाड़ी व फुगेवाड़ी इन स्टेशनों पर मेट्रो चलेगी. फुगेवाड़ी और संत तुकाराम नगर स्टेशन का कार्य तेजी  से जारी है. मेट्रो का ट्रायल रन अगले कुछ दिनों में शुरू होगा. अगले तीन महीने ट्रायल रन लिया जाएगा. मेट्रो की जांच आरडीएसओ, सीएमटारएस व रेलवे बोर्ड इन तीन संस्थाओं से जांच की जाएगी. सुरक्षा की दृष्टि से योग्य होने पर इन संस्थाओं द्वारा मेट्रो शुरू करने संबंधी सर्टीफिकेट दिया जाएगा. सर्टीफिकेट मिलने के बाद मेट्रो में नागरिक प्रत्यक्ष यात्रा कर सकेंगे.

महामेट्रो द्वारा पुणे में वनाज से रामवाड़ी और पिंपरी-चिंचवड़ से स्वारगेट इन दो रूट्स पर मेट्रो का कार्य तेजी से जारी है. पिंपरी-चिंचवड़ से स्वारगेट रूट पर पिंपरी-चिंचवड़ से दापोड़ी तथा वनाज से रामवाड़ी रूट पर वनाज से गरवारे कॉलेज रूट प्रायोरिटी सेक्शन बनाया गया था. इन रूट पर पहले ट्रेन चलाई जाएगी. फिलहाल संत तुकाराम नगर से फुगेवाड़ी रूट पर मेट्रो का ट्रायल रन लिया जाएगा. जून 2017 में पुणे मेट्रो के प्रत्यक्ष कार्य की शुरूआत हुअई. मेट्रो रूट पर पिलर्स बनाने, पटरियां बिछाने, बिजली के तार लगाने के साथ सिग्नल और अन्य तकनिकी कार्य तेजी से किए गए है. 30 महीनों की रिकार्ड अवधि में ज्यादातर कार्य पूरे हो गए है. पुणे मेट्रो के लिए नागपुर से दो ट्रेन लायी गई है. एक ट्रेन में तीन कोच का समावेश है. पुणे पहुंचने वाली पहली ट्रेन को क्रेन से उठाकर एलिवेटेड रूट की पटरियों पर रखा गया है.