Ganpatrao Deshmukh | सीनियर नेता पूर्व विधायक गणपतराव देशमुख का 94 वर्ष की उम्र में निधन ; 54 वर्ष विधायक के रूप में निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया 

सोलापुर (Solapur News), 31 जुलाई : शेकाप के सीनियर नेता और पूर्व विधायक गणपतराव देशमुख (Ganpatrao Deshmukh) का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार को निधन (Death) हो गया।  वे  पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें सोलापुर (Solapur) के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।  लेकिन शुक्रवार की रात 9 बजे उपचार के दौरान उनका (Ganpatrao Deshmukh) निधन हो गया।  वह 94 वर्ष के थे।

 

गणपतराव देशमुख (Ganpatrao Deshmukh) 11 बार सांगोला  विधानसभा सीट (Sangola assembly seat) से विजयी हुए थे।  2019 में उनकी तबीयत ठीक नहीं होने की वजह से उन्होंने विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था. उन्होंने 54 वर्षों तक सांगोला का प्रतिनिधित्व किया। देशमुख शेतकरी कामगार पार्टी (Peasants and Workers Party of India) (शेकाप ) के एकमात्र विधायक थे।  सांगोला को शेकाप के गढ़ के रूप में जाना जाता है।

कौन थे गणपतराव देशमुख (Ganpatrao Deshmukh)

गणपतराव देशमुख (Ganpatrao Deshmukh) का जन्म 10 अगस्त 1926 में हुआ था।  वे शेकाप के पूर्व विधायक थे।  1960 में उन्होंने  पहली बार सांगोला (sangola) से चुनाव लड़ा था।  इसके बाद 1972 और 1995 के अपवाद को छोड़ दे तो हर चुनाव में वह सांगोला से भारी मतों से चुनकर विधानसभा पहुंचे थे।  खास बात यह है कि 2012 में विधायक के रूप में विधानसभा (Assembly) में उनके 50 वर्ष पुरे हुए थे. इस मौके पर सभागृह सहित सरकार ने उन्हें सम्मानित किया था।

महाराष्ट्र (Maharashtra) के सबसे बुजुर्ग विधायक के रूप में उनकी पहचान थी।  उन्होंने लगातार 11 बार विधानसभा चुनाव (Assembly election) जीतने  का रिकॉर्ड बनाया था।

जब 1978 में शरद पवार (Sharad Pawar) ने पुलोद सरकार बनाई  तो उनके मंत्रिमंडल में देशमुख को शामिल किया गया था।  इसके बाद 1999 में शेकाप ने  कांग्रेस गठबंधन को समर्थन दिया था।  उस वक़्त भी उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था।

 

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