‘एंटिक’ मूर्तियों की तस्करी करने वाले गिरोह का ‘पर्दाफाश’

ठाणे: समाचार ऑनलाइन- पुलिस ने अलीबाग में वाराहवतार और लक्ष्मी जी की प्राचीन मूर्तियों की तस्करी कर रहे एक गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. साथ ही इन बदमाशों के पास से दोनों मूर्तियों को अपने कब्जे में ले लिया है. यह कार्रवाई ठाणे क्राइम ब्रांच -1 और मांडवी मरीन पुलिस स्टेशन के संयुक्त तत्वाधान में अलीबाग के सारलपुल गोकुलढाबा में की गई थी.

ठाणे पुलिस के  सहायक पुलिस निरीक्षक संदीप बागुल को सूचना मिली थी कि, तीन बदमाश सफेद रंग की इनोवा (MH 06 AW 3637) कार से प्राचीन कीमती मूर्तियों की तस्करी करने के लिए अलीबाग के गोकुलढाबा आ रहे हैं. तदनुसार, पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की और गोकुलढाबा में जाल बिछाया और आरोपियों को शिकंजे में ले लिया.

जब उनकी कार की तलाशी ली गई तो उनके पास वराह अवतार की एक 8 किलो 700 ग्राम वजन की मूर्ति और 6 किलो 827 ग्राम वजनी एक लक्ष्मी जी की मूर्ति मिली. हालांकि आरोपियों ने अभी तक खुलासा नहीं किया है कि, वे मूर्तियाँ कहाँ से लाए हैं. अभी इन दोनों मूर्तियों को पुरातत्व विभाग को सौंप दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

इस संयुक्त कार्रवाई में वरिष्ठ पुलिस आयुक्त, विवेक फणसलकर, पुलिस सह-उपायुक्त सुरेश मेकला, अपर पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रवीण पवार,  पुलिस उपायुक्त (क्राइम)  दीपक देवराज, रायगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक अनिल पारस्कर, सहायक पुलिस आयुक्त शोध-1 किसन गवली के मार्गदर्शन में अपराध शाखा ब्रांच-1 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नितिन ठाकरे, पुलिस निरीक्षक रणवीर बयेस, सहायक पुलिस निरीक्षक संदीप बागुल, पुलिस हवलदार शिवाजी गायकवाड, अबुतालिब शेख, पुलिस नाइक अजय साबले, दादा पाटिल, मांडवी समुद्री पुलिस स्टेशन अधिकारी प्रभारी सहायक इंस्पेक्टर धर्मराज सोनके, पुलिस कांस्टेबल विनोद जाधव, प्रदीप झिम्झे, सुधीर पाटिल द्वारा संयुक्त रूप से की गई थी.

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