सीएए व एनआरसी के खिलाफ पुणे में निकला मोर्चा

पुणे : समाचार ऑनलाइन – संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण(एनआरसी) के खिलाफ  देशभर में हो रहे प्रदर्शन-आंदोलन की कड़ी में रविवार को पुणे में भी बड़ा मोर्चा निकाला गया। हजारों की तादात में इसमें शामिल हुए प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर नए कानून के विरोध में नारे लगाए। इन तख्तियों पर मोदी सरकार और सीएए तथा एनआरसी के खिलाफ नारे लिखे थे। इस मार्च का आयोजन विभिन्न वामपंथी और मुस्लिम संगठनों ने किया था।
आज सुबह 12 बजे पुणे के गाेलीबार मैदान से इस माेर्चा की शुरुआत हुई जिसके लिए कुल जमाते तंजिम नामक संगठन ने पहल की। ‘संविधान बचाव’ के बैनर तले निकले इस माेर्चा हजारों मुस्लिम नागरिक सहभागी थे। दोपहर 2 बजे के करीब विधानभवन पर पहुंचने के बाद यह मोर्चा एक सभा में तब्दील हुआ। यहां भी प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी की। शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
संविधान बचाव’ माेर्चा में युवाओं और महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा गांधी की प्रतिमा औऱ भारतीय ध्वज हाथों में लेकर प्रदर्शनकारियों के ‘आजादी जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद, संविधान जिंदाबाद’ जैसे नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। इस मोर्चा में विविध सामाजिक संस्था- संगठनों ने भी हिस्सा लिया। कोई अनुचित घटना न घटे इसके लिए मोर्चा के लिए बड़े पैमाने पर पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया था। इस दौरान हुई सभा में सीएए एवं एनआरसी कानून का पुरजोर विरोध करते हुए भारत को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र ही रहने देने की मांग की गई।