करोड़ो की जमीन खरीद बिक्री में धोखाधड़ी, तीन पर एफआईआर

शिक्रापुर : शिरूर तालुके के शिक्रापुर में कुछ दिन पहले बैंक के पास गिरवी रखी जमीन की बैंक की आपसी बिक्री के मामले में एक पूर्व मंत्री के दर्जे के व्यक्ति के साथ ही वकील और शिक्षिका पर एफआईआर दर्ज किया गया। यह मामला अभी ताज़ा ही था कि अब फिर से करोडो रूपए की बैंक के आपसी जमीन बिक्री की घटना सामने आई है। इसमें रुपेंद्र कौर हरचरणपाल नंदा, हरचरणपाल मोहनसिंग नंदा व विजय दिनकर धुमाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार शिक्रापुर तालुका शिरूर की जमीन गट नंबर 462 की जमीन खरीदने के लिए रुपेंद्र कौर नंदा ने शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक वडगांव शेरी से अक्टूबर 2010 में एक करोड़ चालिस लाख और हरचरणपाल मोहनसिंग नंदा ने 70 लाख रूपए का कर्ज लिया था। कर्ज लेने के बाद तलेगांव के दुय्यम निबंधक कार्यालय से जमीन का मॉर्गेज बना कर दिया। हालांकि उसके बाद बैंक के कर्ज ऋण चुकाए बिना कर्ज समाप्त कर दिया और 2015 में बैंक के साथ धोखाधड़ी करने के उद्देश्य से पिंपले धुमाल के एक व्यक्ति को वो जमीन बेचे डाली।

इन सब बातो की जानाकरी बैंक को जब मिली तो बैंक के वसूली अधिकारी विकास राजाराम पवार (उम्र 43, नि. एकता कॉलोनी वारजे हवेली जि. पुणे) ने शिक्रापुर पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया। शिक्रापुरपुलिस ने रुपेंद्र कौर हरचरणपाल नंदा, हरचरणपाल मोहंसिंग नंदा, (दोनो नि. सुखवाणी आर्केड अशोका म्युज के सामने कोंढवा पुणे), विजय दिनकर धुमाल (नि. पिंपले धुमाल,त. शिरूर, जि. पुणे) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच पुलिस निरिक्षक उमेश तावसकर के मार्गदर्शन में पुलिस उपनिरीक्षक अमोल खटावकर कर रहे हैं।