चिदंबरम पर जूता फेंकने वाले पूर्व आप विधायक जरनैल सिंह का कोरोना से निधन  

ऑनलाइन टीम. नई दिल्ली 
दिल्ली के राजौरी गार्डन से आम आदमी पार्टी के विधायक रह चुके जरनैल सिंह का गुरुवार सुबह कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया। शुक्रवार की सुबह उनके निधन की पुष्टि की गई है। बताया जा रहा है कि कोरोना पीड़ित होने के बाद जरनैल सिंह को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। बता दें कि तात्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम पर जूता फेंककर जरनैल सिंह चर्चा में आए थे। इसके बाद ही उन्होंने आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव भी लड़ा और जीत मिली। इससे पहले जरनैल सिंह 1984 के दंगों का विरोध कर अपनी अलग पहंचान बनाई थी।

जरनैल सिंह 2014 के विधानसभा चुनाव में राजौरी गार्डन से विधायक चुने गए थे। पंजाब में चुनाव लड़ रही आप ने उनको चेहरा बनाकर वहां भेजा और उन्होंने विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। चुनाव हारने के बाद उनको दिल्ली में पंजाबी अकादमी का उपाध्यक्ष चुना गया। 2020 के चुनाव में हालांकि पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया था। अगस्त 2020 में आम आदमी पार्टी ने जरनैल सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था। इसका फैसला पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति में लिया गया था। दरअसल, जरनैल सिंह के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से हिंदू देवियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद पार्टी ने ये कदम उठाया था। हालांकि उन्होंने सफाई में कहा था कि उनके छोटे बेटे ने उनका फोन इस्तेमाल कर यह विवादित टिप्पणी की थी। जरनैल के मुताबिक उनका छोटा बेटा ऑनलाइन क्लास के लिए फोन का इस्तेमाल कर रहा था और इसी दौरान उसने यह पोस्ट किया। जरनैल ने कहा कि वह सभी ईश्वरों का सम्मान करते हैं।

जरनैल पहली बार चर्चा में तब आए थे, जब एक अखबार के पत्रकार के तौर पर 1984 के सिख विरोधी दंगों के मुद्दे पर 2009 में उन्होंने तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम पर जूता फेंका था। इसके बाद AAP के गठन के वक्त वह पार्टी से जुड़े और 2014 के लोकसभा चुनाव में उतरे, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। सीएम अरविंद केजरीवाल ने जरनैल सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा- दिल्ली के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के असामयिक निधन से गहरा दुख हुआ। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें। केजरीवाल सरकार में मंत्री मनीष सिसोदिया ने लिखा कि दिल्ली विधानसभा में अपने पूर्व साथी जरनैल सिंह के निधन का समाचार हम सबके लिए दुखद है। 1984 के नरसंहार के पीड़ित परिवारों के न्याय के लिए लड़ने वाली एक बुलंद आवाज़ हमारे बीच से चली गई। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में जगह दे।