माथेरान में घोड़ों को चारा और जरूरतमंदों को भोजन

फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज और मुकुल माधव फाउंडेशन की अगुवाई
पुणे। कोरोना के प्रकोप ने पर्यटन क्षेत्र को भी प्रभावित किया है। देश में घोड़े की सफारी की एकमात्र जगह माथेरान है। घोड़े के मालिक परेशानी में हैं, पर्यटन के बंद होने के साथ, घोड़ों और उनके परिवारों पर भुखमरी की नौबत आई है। उनको पुणे के फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज और मुकुल माधव फाउंडेशन की और से मदद दी गई। सामाजिक प्रतिबद्धता की उपक्रम के तहत, एक महीने के लिए 460 परिवार को घोड़े का भोजन और राशन किट बांटे गए।
माथेरान हिल स्टेशन पर्यटन के उपर निर्भर है। घोडा सफारी यहां की आय का मुख्य स्रोत है। हालांकि, यहां का पर्यटन व्यवसाय पिछले साल से बंद है। इसलिए, इन लोगों पर बुरे दिन आ गए हैं। चुनौती थी यहां के घोड़ों के चारा- पानी का। माथेरान में मूलवासी अश्वपाल संगठन ने मुकुल माधव फाउंडेशन से मदद की अपील की। इसके जवाब में, फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज और मुकुल माधव फाउंडेशन द्वारा घोड़े के भोजन और अनाज के दो ट्रक भेजे गए।
संगठन फाउंडेशन द्वारा विस्तारित मदद के लिए आभार व्यक्त कियाम फाउंडेशन के माध्यम से मदद कर सके। हम उनके घोड़ों और परिवारों के लिए एक महीने के भोजन का दान करके खुश हैं। फाउंडेशन के माध्यम से हर किसी की मदद के लिए प्रयास करना जारी रखेंगे, यह प्रतिक्रिया मुकुल माधव फाउंडेशन की मैनेजिंग ट्रस्टी रितु प्रकाश छाब्रिया ने व्यक्त की है।