मुंबई: समाचार ऑनलाइन- अजीत पवार के विद्रोह के बाद से धनंजय मुंडे भी लापता हो गए थे. पूरा दिन उनका फोन नॉट रिचेबल था. इसके बाद मुंडे भी शक के घेरे में आ गए. लेकिन शाम को वे एनसीपी की बैठक में भाग लेने पहुंचे. धनंजय मुंडे की संदिग्ध भूमिका से आहत एक एनसीपी कार्यकर्ता ने उन्हें आगाह किया कि, अगर आपने पवार साहब का साथ छोड़ा, तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. क्योंकि लोगों को हमें जवाब देना है, आपको नहीं. कथित कार्यकर्ता ने अपनी यह प्रतिक्रिया ट्वीटर पर व्यक्त की है, जिसका एक स्क्रीनशॉट अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
मी पक्षासोबत, मी आदरणीय पवार साहेबांसोबत. कृपया कोणीही कोणताही संभ्रम निर्माण करू नये ही विनंती.@PawarSpeaks @NCPspeaks
— Dhananjay Munde (@dhananjay_munde) November 24, 2019
जारी अफवाहों पर विराम लगाने के लिए धनंजय मुंडे ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि, मैं राकांपा और शरद पवार के साथ ही हूं, इसलिए सभी से अपील है कि कोई भी भ्रम पैदा न करें. धनंजय मुंडे की इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए के कार्यकर्ता ने लिखा, “सर, मैंने खुद आपको सात से आठ कॉल किए. आपका फोन नॉट रिचेबल था. अगर आप पवार साहब को छोड़ देते हैं, तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. क्योंकि जनता को जवाब हमें देना है, आपको नहीं.’
मी पक्षासोबत, मी आदरणीय पवार साहेबांसोबत. कृपया कोणीही कोणताही संभ्रम निर्माण करू नये ही विनंती.@PawarSpeaks @NCPspeaks
— Dhananjay Munde (@dhananjay_munde) November 24, 2019
धनंजय मुंडे को अजीत पवार का विश्वासपात्र माना जाता है. धनंजय मुंडे, अजित पवार के कहने पर ही एनसीपी में आए थे. अजीत पवार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान 11 विधायक मौजूद थे, जिनमें धनंजय मुंडे भी शामिल थे.
visit : punesamachar.com